संगरूर-बाढ़ का पानी बेशक उतरने लगा हो, लेकिन खौफ व दर्द अब भी इनकी आंखों के आंसू सूखने नहीं दे रहा। जान बच गई बस यही काफी है। पानी ने जिंदगी की जो रफ्तार एकाएक रोक दी, वह कब रवानी पकड़ेगी क्या मालूम। अभी तो यह चिंता साल रही है कि कहीं फिर आसमान रूठा तो रही सही कसर पूरी हो जाएगी। लोग कभी अपने घरों की दरारों को देखते हैं...
More »SEARCH RESULT
पंजाब: बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत कार्य जारी
चंडीगढ़। पंजाब के बाढ़ग्रस्त मानसा जिले में बुधवार को भी राहत कार्य जारी रहे। घग्गर नदी के उफान से यहां कई एकड़ कृषि योग्य भूमि और कई गांव डूब गए है। मानसा के उपायुक्त कुमार राहुल ने बताया कि सार्दुलगढ़ इलाके में बाढ़ की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है। करीब 25 गांव बाढ़ की चपेट में है और यहां के ज्यादातर लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है। स्थिति...
More »यूआईडी में डीएनए पहचान भी चाहती है सीबीआई
मुंबई [ओमप्रकाश तिवारी]। केंद्रीय जांच ब्यूरो [सीबीआई] केंद्र सरकार द्वारा देश के सभी नागरिकों के लिए बनवाए जा रहे यूआईडी [विशिष्ट पहचान पत्र] में नागरिकों की डीएनए पहचान भी शामिल कराना चाहती है। कई देशों के नागरिक पहचान पत्रों में अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ संबंधित व्यक्ति के डीएनए से संबंधित जानकारी पहले से शामिल की जाती रही है। सीबीआई की केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक डॉ. राजिंदर सिंह...
More »कार्बन उत्सर्जन में भारत और चीन सबसे आगे
लंदन. विकसित देशों को राहत देते हुए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन करने वाले देशे भारत और चीन हैं। कथित तौर पर कार्बन का भारी उत्सर्जन करने वाले पश्चिमी देशों की बजाय भारत और चीन पर यह ठीकरा फोड़ा गया है। डच की पर्यावरण रिपोर्ट में कहा गया है कि विकसित देशों की तुलना में इन दोनों देशों के कार्बन उत्सर्जन को कम करने...
More »नक्सल प्रभावित जिलों को मांगे साढ़े चार हजार करोड़ रुपये
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के नक्सल प्रभावित सात जिलों में समन्वित विकास के लिए 4553.17 करोड़ रुपए का प्रस्ताव केंद्रीय योजना आयोग को भेजा है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि राज्य शासन ने छत्ताीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सात जिलों में समन्वित विकास के कार्यो के लिए 4553 करोड़ 17 लाख रुपए का प्रस्ताव केन्द्रीय योजना आयोग को भेजा है। इसमें सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सुरक्षा, पोषण,...
More »