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मनरेगा कार्य में जेसीबी एवं ट्रैक्टर का उपयोग

मरकच्चो (कोडरमा)। सरकार के लाख कोशिशों के बाद भी मनरेगा के तहत मजदूरों को रोजगार मुहैया नहीं हो पा रही है और योजनाओं में मशीनों का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। प्रखंड मुख्यालय मरकच्चो से मात्र 6-7 किमी की दूरी पर पपलो पंचायत के ललकापानी में लगभग 1.73 लाख की लागत से योजना संख्या 1, 2009-10 मनरेगा द्वारा बन मिट्टी-मोरम सड़क का निर्माण किया जा रहा है। उक्त सड़क निर्माण में जेसीबी तथा...

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ओवरलोड हुईं राज्य की जेलें

राजेश 'योगी', जालंधर सूबे की जेलों में विस्फोटक स्थिति बनती जा रही है। क्राइम का ग्राफ बढ़ने तथा कैदियों को रखने की क्षमता का विस्तार न होने के चलते आने वाले समय में जेलों की स्थिति खतरनाक होने जा रही है। सूबे की कई जेलों में तीन-तीन गुणा अधिक कैदी ठूंसे हुए हैं। इसका असर जहां इन्हें सुधारने के कार्यक्रमों पर पड़ रहा है, वहीं जेलों में भी जगह के लिए लड़ाई आम होती जा रही...

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ढिबरी के सहारे रात गुजार रहे सात लाख लोग

बांका। जिले के सात लाख की आबादी बिजली की चकाचौंध से अनभिज्ञ है। यहां तक की बिजली विभाग द्वारा इन गांवों में सर्वेक्षण के चार वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी विद्युत यहां के लोगों के लिए सपना बना हुआ है। जिले में विद्युत विहीन गांवों के विद्युतीकरण के लिए आरजीईवाई के तहत 1408 गांवों को चिन्हित किया गया था। जिसमें 1293 गांवों में वर्ष 09 के मार्च तक विद्युतीकरण करने की अनुमति...

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अपना दिवस मनाया

शिमला.सीटू राज्य कमेटी के आह्वान पर शनिवार को पूरे प्रदेश में मजदूर दिवस मनाया गया। सीटू के अनुसार पांवटा साहिब, परमाणु, दाड़लाघाट, मंडी, कुल्लू, चंबा, ऊना, कांगड़ा, हमीरपुर, शिमला, रोहडू, रामपुर, किन्नौर आदि स्थानों पर मजदूरों ने भारी संख्या में पहुंच कर जनसभाएं और अपने हक में प्रदर्शन कर मजदूर दिवस मनाया। सीटू के राज्य अध्यक्ष जगत राम का कहना है कि देश की श्रम शक्ति का 90 प्रतिशत हिस्सा असंगठित क्षेत्र में कार्य करता...

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हरी वादियों का चितेरा

अस्सी के दशक की शुरुआत से ही एक अकेले व्यक्ति के शांत प्रयासों ने ऐसे ग्रामीण आंदोलन की नींव रखी जिसने उत्तराखंड की बंजर पहाड़ियों को फिर से हराभरा कर दिया। सच्चिदानंद भारती की असाधारण उपलब्धियों को सामने लाने का प्रयास किया संजय दुबे ने। (तहलका-हिन्दी से साभार) शायद ही कुछ ऐसा हो जो संच्चिदानंद भारती को उफरें खाल के बाकी ग्रामीणों से अलग करता हो। ये तो जब वो...

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