कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पांच चाय बागानों के बंद होने के बाद यहां काम करने वाले मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। कई मजदूर कुपोषण का शिकार हो गए हैं तो कुछ ने खुद को जिंदा रखने के लिए अपने कलेजे के टुकड़ों को बेचना शुरू कर दिया है। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, बूंदापानी चाय बागान के बंद होने के कारण हजारों मजदूरों की...
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खैरागढ़ राजपरिवार भी खा रहा गरीबों का चावल
राजनांदगांव(ब्यूरो)। गरीब तबके के लोगों को राहत देने राज्य शासन द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना का राशन खैरागढ़ राजपरिवार भी खा रहा है। खैरागढ़ में भाजपा के मंडल अध्यक्ष विकेश गुप्ता के नाम से राशन कार्ड तो है ही, राजपरिवार के कई नौकरी पेशा सदस्य भी इस योजना का फर्जी तरीके से फायदा उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के निर्वाचन जिले में उनकी ही महत्वाकांक्षी योजना का...
More »केंद्र मनरेगा की राशि देने में कर रहा आनाकानी
रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो। पैसे की कमी के कारण जिलों में मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को भुगतान नहीं हो पा रहा है। केंद्र सरकार से राज्य को मनरेगा मद में 1500 करोड़ रुपये चाहिए। केंद्र यह राशि समय पर उपलब्ध नहीं करा रहा है। राज्य सरकार ने केंद्र से मनरेगा की बाकी बची राशि जारी करने का आग्रह किया है। केंद्र सरकार ने मई माह तक 276 करोड़ रुपये...
More »सहकारिता की मिसाल है अबुझमाड़ की 'बेठिया' प्रथा- मो इमरान खान
अबुझमाड़ की "बेठिया" प्रथा केवल देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए सहकारिता की मिसाल है। यहां गांव का मतलब एक परिवार होता है। किसी के सुख-दुख व जरूरत पर सारा गांव एकसाथ जुटता है। इस सामुदायिक उत्तरदायित्व की भावना के चलते अबुझमाड़ के गांवों में कोई भी व्यक्ति अकेला या बेसहारा नहीं होता है। बस्तर के चार हजार वर्ग किमी क्षेत्र में विस्तारित अबुझमाड़ में कई ऐसी अनोखी परंपराएं...
More »छत पर लगा लिया 15 एकड़ के लिए धान का थरहा
पामगढ़ (जांजगीर चांपा, छत्तीसगढ़)। झूलन पचरी का एक प्रगतिशील किसान जमीन छोड़कर घर की छत पर 15 एकड़ खेत के लिए धान का थरहा लगाया है। खेत में जानवरों के चराई से तंग आकर उसने यह तरीका निकाला है। झूलन पचरी निवासी किसान बलेसर डहरिया मजदूर की समस्या के चलते कृषि विभाग के मार्गदर्शन में वर्ष 2011 पेडी ट्रांसप्लांटर (धान रोपाई) अनुदान में प्राप्त कर 50 एकड़ स्वयं का तथा...
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