मालदा. किसी का पति बीमार है तो किसी का पति दूसरे राज्य में मजदूरी की तलाश में चला गया है. ऐसे में संसार चलाने के लिए घर की महिलाओं को ही रोजी-रोटी का इंतजाम करना पड़ रहा है. घर की महिलाएं बाजार में दुकान लगा कर सब्जी से लेकर मछली, मांस, चाय-पकौड़ा बिक्री करने में लग गयी है. सिर्फ यही नहीं बाहर के साथ साथ इन महिलाओं को घर के...
More »SEARCH RESULT
समझें महिला सशक्तीकरण के सही मायने - क्षमा शर्मा
कुछ दिन पहले एक महिला वकील ने मुंबई में रात को शराब के नशे में गाड़ी सोते हुए लोगों पर चढ़ा दी थी। दो-तीन दिन पहले एक डिजाइनर ने एक चाय के ढाबे में शराब के नशे में ही गाड़ी दे मारी और दो रोज पूर्व गुड़गांव में ऐसा हुआ। कुछ लोग कह सकते हैं कि पुरुष तो सैकड़ों की संख्या में ऐसी दुर्घटनाएं करते हैं। दो-तीन महिलाओं ने ऐसा...
More »भारत के गांव क्या कहते हैं- कैरोल गियाकोमो
भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने और वहां की भयावह निर्धनता को कम करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुश्किलों को समझने के लिए उदयपुर से मात्र 45 मिनट की दूरी पर बसा भेसड़ा खुर्द गांव सही जगह है। यहां 29 वर्षीय कंप्यूटर सॉफ्टवेयर इंजीनियर रोहित नागड़ा मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रही अपनी पत्नी और परिवार के साथ रहते हैं। हालांकि नागड़ा के पास स्थानीय विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस की...
More »बिहारः राशन में मिलेगी चीनी, चायपत्ती, केरोसिन तेल
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गरीब परिवारों को राशन दुकानों के जरिये चीनी, चाय पत्ती और किरासन तेल बिक्री की बुधवार को घोषणा की. खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के कार्यो की समीक्षा के दौरान लिये गये इन निर्णयों के बारे में सहकारिता मंत्री जयकुमार सिंह ने बताया कि पिछले दो दशक से जनवितरण प्रणाली दुकानों से चीनी की बिक्री बंद हो गयी थी. बैठक के दौरान लिये गये...
More »बेकार की आरटीआई से हलकान दिल्ली पुलिस
नई दिल्ली। दिल्ली में कितनी बैलगाडि़यां हैं? कितने हरे पेड़ हैं और कितने पेड़ सूख चुके हैं? दिल्ली पुलिस के जवानों ने कितने कप चाय पी है? ये बानगी है उन कुछ बेकार और बेतुके सवालों की, जो सूचना के अधिकार कानून यानी आरटीआई का दुरुपयोग करते हुए दिल्ली पुलिस से पूछे गए हैं। वर्ष 2005 में स्थापित की गई दिल्ली पुलिस की आरटीआई सेल को पिछले पांच वर्षों में एक...
More »