SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 1114

कूड़े के ढेर से रोटी का जुगाड़, वर्षों से झुग्गियों में कट रही जिंदगी

जनचौक, 22 जनवरी सर्द मौसम में हाड़ कंपाती ठंड में सुबह के छह बज रहे थे। मैली-कुचली साड़ी में एक अधेड़ महिला मोहल्ले की सड़कों के किनारे बिखरे कचरे में कुछ ढूंढ़ते नजर आती है। कुछ पल में ही यह समझ आ जाता है कि वह कचरों में से प्लास्टिक, बोतल, लोहा समेत कबाड़ के समान चुन रही है। एक डंडे के सहारे कचरों को फैलाकर अपने काम के सामान को...

More »

उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप जारी, बारिश के आसार

कार्बनकॉपी, 19 जनवरी उत्तर भारत के कई भागों में शीतलहर का प्रकोप बुधवार को भी जारी रहा। राजधानी दिल्ली में इस महीने यह शीतलहर का आठवां दिन दर्ज किया गया, जो पिछले लगभग 12 सालों का रिकॉर्ड है।  वहीं चिल्लई कलां से जूझते जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे रहा। श्रीनगर में -4.3 डिग्री सेल्सियस, पहलगाम में -11.7 डिग्री सेल्सियस, और कुपवाड़ा में -6.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम...

More »

मौसम विभाग की रिपोर्ट ; पांचवां सबसे गर्म साल रहा 2022

भारत में मौसमी घटनाओं के कारण वर्ष 2022 में 2,227 लोगों की जाने चली गई। सबसे अधिक मौतें बिहार राज्य (418) से हुई हैं। उसके बाद असम से 257, उत्तर प्रदेश से 201, ओडिशा से 194 और महाराष्ट्र के 194 लोगों की जीवन लीला मौसमी कारकों के कारण समाप्त हो गई। मौसम विभाग की रपट के अनुसार; इसके पीछे की वजहों को देखें तो सबसे बड़ा कारक आकाशीय बिजली और आंधी–तूफान है।...

More »

मौसम अपडेट: कड़ाके की ठंड के बीच उत्तराखंड सहित इन राज्यों में भारी बारिश-बर्फबारी का अलर्ट

डाउन टू अर्थ, 12 जनवरी मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों के पछुआ हवाओं में सक्रिय है। इसके कारण उत्तर पश्चिमी राजस्थान तथा इससे सटे इलाकों के निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार बन गया है। मौसम संबंधी उपरोक्त बदलाव के चलते मौसम विभाग ने 12 और 13 जनवरी के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश में हल्की से भारी बारिश तथा बर्फबारी होने की आशंका जताई है। वहीं उत्तराखंड...

More »

उत्तराखंड: दरक रहे हैं हिमालय के सैकड़ों गांव

मोंगाबे हिंदी, 09 जनवरी उत्तराखंड के उत्तरकाशी से करीब बीस किलोमीटर दूर कठिन पहाड़ी पर बसा है एक छोटा सा गांव: ढासड़ा। कोई 200 लोगों की आबादी वाला ढासड़ा पिछले कई सालों से लगातार दरक रहा है। हालात ऐसे कि मॉनसून या खराब मौसम में यहां लोग रात को अपने घरों में नहीं सोते बल्कि गांव से कुछ किलोमीटर ऊपर पहाड़ी पर छानियां (प्लास्टिक के अस्थायी टैंट) लगा लेते हैं क्योंकि...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close