मैं बीते चार सालों से दिल्ली में नौकरी कर रहा हूं। मूल रूप से यूपी के औद्योगिक केंद्र कानपुर का रहने वाला हूं। अधिकतर लोग जिन्हें बताता हूं कि मैं यूपी का रहने वाला हूं वो एक ही बात कहते हैं कि वहां क़ानून-व्यवस्था बेहद ख़राब है। कभी-कभी तो यूपी के प्रति लोगों की इस मानसिकता पर बेहद गुस्सा आता है, लेकिन प्रदेश में दिनोंदिन बिगड़ रही क़ानून व्यवस्था को...
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सब्सिडी : कल्याण या राजनीति? मुफ्तखोरी के दुष्चक्र में फंसता देश
ज्यादातर देशों में एक ओर जहां राजनीतिक पार्टियां चुनाव जीतने के लिए मुफ्तखोरी को हथियार बनाती हैं, वहीं इसी दुनिया में स्विटजरलैंड जैसा भी एक देश है, जहां की जनता ने सरकार की इस पेशकश को ठुकरा दिया. दूसरी तरफ भारत में देखें तो राजनीतिक पार्टियां और सरकारें मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्तखोरी को बढ़ावा देनेवाली नीतियों को प्रश्रय देती रहती हैं भारत जैसे कल्याणकारी राज्य में सब्सिडी एक जरूरी...
More »मोर पति के कट गिस हाथ-पैर, शासन देथे दिलासा
रायगढ़, नईदुनिया न्यूज। मोर दू ठन लईका हे, बड़का लईका हा 6 साल के हो गिस हे। ओला स्कूल में भर्ती कराय बर मोर कना पैसा नी हे। मोर पति के कमाई में हमर घर चलत रहिस, दू साल ले ओहर एक रूपया नी कमाथे जेकर खातिर हमन ला भूखा रहे ला पड़थे। अपन समस्या ला लेके हमन कई बार विधायक, एसपी अउ कलेक्टर के पास भेंट होयेन, लेकिन हमर...
More »हिंदुस्तान यूनिलिवर पर लगा 27 लाख का जुर्माना
नई दिल्ली। दिल्ली राज्य उपभोक्ता आयोग ने हिदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड पर 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। कंपनी को जुर्माने की यह रकम दो माह के भीतर कंज्यूमर वेलफेयर फंड में जमा करानी है। आयोग ने यह आदेश कंपनी की ओर से नई दिल्ली जिला उपभोक्ता फोरम द्वारा दिए गए फैसले के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करते हुए दिया है। पेश मामले में बेगमपुर निवासी प्रमोद गुप्ता ने मार्च...
More »ब्रेक्जिट से बढ़ी दुनिया की बेचैनी - महेंद्र वेद
ब्रिटेन के लोगों ने आखिरकार 'ब्रेक्जिट" (ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने) का विकल्प ही चुना। लेकिन क्या यह अजीब नहीं लगता कि एक ऐसा देश, जिसने कभी तकरीबन आधी दुनिया को अपना उपनिवेश बनाकर उसका शोषण करते हुए अपने साम्राज्य को समृद्ध व शक्तिशाली बनाया था, आज उसने कायरतापूर्ण ढंग से यूरोप से अलग होने का फैसला किया? क्या यह भी एक विडंबना नहीं है कि एक ऐसा...
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