पिछले साल की तरह इस साल भी अप्रैल की बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने रबी की फसल व बागवानी को काफी नुकसान पहुंचाया। इस प्राकृतिक आपदा ने पहले से बदहाल किसानों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। उत्तर भारत में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य भारत में विदर्भ के किसान इससे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अब लाखों किसान सरकारी कार्यालयों और बीमा कंपनियों के चक्कर काटने को...
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दिल्ली में ध्वनि प्रदूषण में बढ़ोत्तरी: पर्यावरण मंत्रालय
सरकार ने आज कहा कि दिल्ली के अधिकतर स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण एवं प्रदूषणकारी कणों की मात्रा स्वीकारयोग्य सीमा से अधिक पायी गयी तथा कुछ स्थानों पर नाइट्रोजन डाईआक्साइड का स्तर भी निर्धारित सीमा से अधिक पाया गया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव के लिए भारत ने खुद अपना अध्ययन कराने का फैसला लिया है। ताकि सभी स्थिति सामने आ सके। पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल माधव दवे...
More »42 डिग्री गर्मी, बिना पंखे 4 घंटे आंगनबाड़ी में नौनिहाल
रायपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। आंगनबाड़ियों के रखरखाव में महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। भाठागांव क्षेत्र और मठपुरैना में चल रहीं 12 में से 9 आंगनबाड़ियों में बिजली कनेक्शन ही नहीं है। इनमें आने वाले लगभग 200 बच्चों को हर दिन चार घंटे तेज गर्मी में बिना पंखे के गुजारने पड़ रहे हैं। सूचना मिलने पर गुरुवार को नईदुनिया टीम ने इलाके का दौरा कर...
More »यदि हम अपनी नदियों को नहीं बचा पाए तो हमारा बचना संभव नहीं - राजेन्द्र सिंह
मध्य प्रदेश सघन वनों और अद्भुत जल-संरचनाओं की भूमि है। प्रकृति ने यहां प्रचुर जंगल दिए हैं तो नर्मदा जैसी विशाल और अद्भुत नदी भी दी है। यह सदियों-शताब्दियों से अपने निश्छल स्वरूप में न सिर्फ बहती आई है, बल्कि मानव सभ्यता को प्राण भी देती आई है। किंतु मनुष्य ने अपने विकास की दौड़-होड में इसे बुरी तरह विकृत करना शुरू कर दिया है। आज यह नदी उन तमाम...
More »भरे पेट की दुनिया में भूखे बच्चे --- डा. सैय्यद मोबिन जेहरा
भूख इंसान को कितना मजबूर करती है, यह तो वही जानते हैं जो एक वक्त की रोटी के लिए मारे-मारे फिरते हैं. पेट की यह आग इंसान से क्या कुछ नहीं करवाती है. हम सब दिन रात मेहनत करते हैं और जिंदगी की गाड़ी को खींचते हुए आगे बढ़ते हैं. हमारे समाज में कुछ लोग अपनी मरजी के अनुसार जो कुछ खाना चाहते हैं, वे न सिर्फ खाते हैं, बल्कि...
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