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केंद्र का सबसे बड़ा अभियान

नई दिल्ली. कई महीनों तक चुपचाप तैयारी करने के बाद सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ अपना अभी तक का सबसे बड़ा अभियान छेड़ दिया है। सूत्रों के अनुसार फिलहाल यह अभियान छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र तक सीमित रहेगा। दोनों राज्यों में तीन अर्धसैनिक बलों सीआरपीएफ, बीएसएफ और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 45 हजार जवान भेजे गए हैं। बाद में इससे भी ज्यादा आक्रामक और बेहतर समन्वय वाला अभियान झारखंड और उड़ीसा में छेड़ा जाएगा। झारखंड...

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नक्सलियों ने विद्यालय भवन उड़ाया

औरंगाबाद/देव। भाकपा माओवादी के हथियारबंद नक्सलियों ने बुधवार की देर रात्रि ढिबरा थाना के गोल्हा गांव स्थित मध्य विद्यालय भवन को केन बम से ध्वस्त कर दिया। नक्सली भाकपा माओवादी जिंदाबाद का नारा लगाते जंगल की ओर भाग निकले। ग्रामीणों के अनुसार नक्सलियों ने विद्यालय भवन उड़ाने के लिए दो विस्फोट किए। डीएसपी अख्तर हुसैन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। उन्होंने बताया...

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बनी रहती है सेब में लाली व चाय में हरियाली

मुजफ्फरपुर  रासायनिक खाद के उपयोग से पीछे  हट रहे किसानों को भले ही जैविक उर्वरक से की गयी खेती रास न आ रही हो,पर मुजफ्फरपुर में निर्मित जैविक खाद से भारत के कई राज्यों के संतरे, चाय व सेब के बागों में हरियाली बनी रहती है.दूसरे राज्यों में खाद की आपूर्तिमिट्टी के लिए हानिरहित होने के कारण केवल चाय, सेब व संतरे की फसलों में ही नहीं, बल्कि औषधीय फ़ार्मो में भी इसका व्यापक पैमाने...

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नक्सलियों ने एक विद्यालय उड़ाया

बोकारो : झारखंड के उग्रवाद प्रभावित बेकारो जिले में गोमिया थाना के पिस्कोपी गांव में नक्सलियों ने आज तड़के एक विद्यालय भवन को विस्फ़ोट करके उड़ा दिया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि नक्सलियों ने पिस्काकोपी गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय को विस्फ़ोट से उड़ा दिया. इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. ...

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ग्रामीण भारत में गरीबों की तादाद आधिकारिक आकलन से ज्यादा

यह बात अब आधिकारिक सूचना में आ चुकी है कि भारत में गरीबी पहले के अनुमानों से कहीं ज्यादा है। इस माह की 9 तारीख को सौंपी गई सुरेश तेंदुलकर समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में गरीबी 37 फीसदी(2004-05) है ना कि 28 फीसदी, जैसा कि पहले के आकलनों में माना जाता रहा है।यदि तेंदुलकर समिति के आकलन में खाद्य पदार्थों की कीमतों में हुई मौजूदा बढ़ोतरी को जोड़ दें...

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