-गांव कनेक्शन, आमतौर पर लोग गोबर को बेकार की चीज समझते हैं, शहरी भारत के लिए गोबर शिट से कम नहीं है। यहां तक की दूसरों को दिमागी कमजोर बताने के लिए लोग आसानी से कह देते हैं, तुम्हारे दिमाग में गोबर भरा है? या फिर गोबर गनेश कहने से भी नहीं चूकते। ग्रामीण इलाकों की बात करें तो कुछ किसान इसे खाद के रूप में इस्तेमाल करते हैं। बहुत सारी...
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कोरोना की मारी दुनिया में रोजगार और उत्पादन का भविष्य
न्यूजलॉन्ड्री, आज हमारी दुनिया में सब कुछ बहुत तेजी से हो रहा है. दो हफ्ते पहले मैंने लिखा था कि कोविड-19 के कारण हुए इस आर्थिक विनाश के फलस्वरूप अब कई ऐसी समस्याएं खुलकर सामने आ रही हैं जो अब तक हमारी नजरों से ओझल थीं. मैंने उन प्रवासी मजदूरों की दिल दहला देने वाली हालत के बारे में लिखा था. वे पहले रोजगार की खोज में अपने गांवों को छोड़कर...
More »अनलॉक 1: काम पर लौटने को लेकर हम इतने डरे हुए क्यों हैं?
-बीबीसी, घर पर रहने के आदेश वापस लिए जाने लगे हैं और हममें से कई लोग काम पर लौटने लगे हैं. भारत में भी सोमवार से कई आर्थिक गतिविधियां फिर से शुरू हो रही हैं. लेकिन सामान्य दिनचर्या को फिर से शुरू करने में आपको घबराहट क्यों है? जब हमें पहली बार अपने घरों तक सीमित किया गया तब हम रोज़मर्रा की ज़िंदगी में लौटने के ख़्वाब देखते थे. हम अपने पसंदीदा पब, थिएटर...
More »कोरोना से जुड़ी आठ अफवाहें, जिनको लोगों ने बिना सोचे-समझे, धड़ल्ले से शेयर किया
-लल्लनटॉप, बिहार में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बताया गया कि एक गाय महिला में बदल गई. उसने कहा- मैं कोरोना माता हूं. मेरी पूजा करो. आशीर्वाद लो. मैं अपने-आप चली जाऊंगी. इसके बाद झुंड बनाकर महिलाएं निकल पड़ीं. पूजा करने के लिए. उसके बाद कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए, जिसमें महिलाएं यही कहानी सुना रही थीं. जब से कोरोना वायरस के मामले आने शुरू हुए हैं, तब से ही...
More »क्या धरती पर जीवन के अंत का छठा दौर शुरू हो गया है?
-सत्याग्रह, लगभग साढ़े चार अरब साल पुरानी हमारी धरती ने पिछले 54 करोड़ सालों के दौरान सामूहिक विलुप्ति के पांच दौर देखे हैं. वैज्ञानिक कहते हैं कि ऐसे हर दौर में पृथ्वी से 50 फीसदी से ज्यादा प्रजातियों का सफाया हो गया. इस तरह की पांचवीं घटना करीब साढ़े छह करोड़ साल पहले तब हुई थी जब दूसरे कई जीवों के साथ डायनासोर भी गायब हो गए थे. वैज्ञानिकों का एक...
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