नवीन गौतम, आदर्श दनोरा (बैतूल)। परंपरागत खेती के चलते गरीबी से ही जूझते रहने को विवश क्षेत्र के किसानों की किस्मत यूकेलिप्टस की खेती ने संवार दी है। वन विभाग की पहल के बाद जब किसानों को अप्रत्याशित मुनाफा होने की जानकारी मिली तो किसानों में भी इसकी खेती की होड़ सी लग गई है। किसानों द्वारा खुद आगे आकर यूकेलिप्टस की खेती की जा रही है। खेती के सहारे समृद्ध...
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प्राकृतिक आपदाओं के कारण भारत में 20 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित: रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में पिछले साल प्राकृतिक आपदाओं के कारण विस्थापित हुए लागों की संख्या करीब 21.40 है. वर्ष 2013 में विस्थापितों की संख्या के लिहाज से भारत, फिलीपीन और चीन के बाद तीसरे स्थान पर था. 'वैश्विक अनुमान 2014' नामक इस रिपोर्ट में कहा गया कि 2013 में भूकंप या जलवायु की वजह से आयी आपदाओं से दुनिया भर में 2.2 करोड लोग...
More »मोबाइल लैब से होंगे छत्तीसगढ़ के ग्रामीण स्कूलों में प्रैक्टिकल
गंगेश द्विवेदी/रायपुर। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हो रहे हायर सेकंडरी स्कूलों में पढ़ने वाले विज्ञान के छात्रों को अब मोबाइल लैब के माध्यम से प्रैक्टिकल कराया जाएगा। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं अनुसंधान परिषद (सीकॉस्ट) ने फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के लिए तीन अलग-अलग लैब तैयार किए गए हैें। मोबाइल लैब तैयार करने की जिम्मेदारी बिलासपुर की साइंस सेंटर नाम की संस्था को दी गई है। बिलासपुर जिले से ही इसकी...
More »घर में शौचालय न होने पर पत्नी ने छोड़ा पति का साथ
विजय गाहल्याण, पानीपत। यहां के समालखा खंड के जौरासी खास गांव की 30 वर्षीय एक महिला ने घर में शौचालय न होने कारण पति के साथ रहने से इंकार कर दिया। उसे समझाने के लिए संबंधित अधिकारी तीन बार बैठक कर चुके हैं, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है। इसके लिए उसने बाकायदा महिला सेल में शिकायत कर अपने फैसले से अवगत कराया है। शिकायत के अनुसार पहले सास-ससुर इकट्ठे...
More »'स्मार्ट सिटी' से हम क्या समझें? - डॉ. पीके चांदे
हमारे देश के राष्ट्रीय एजेंडे में 'स्मार्ट सिटी" को लेकर चर्चा होने लगी है। हालांकि हमारे विकास मॉडल अभी भी पूरी तरह स्पष्ट और नियोजित नहीं हैं। हम विकास के मामले में अपने पड़ोसियों से होड़ तो लेना चाहते हैं, लेकिन संभवत: जापान जैसे विकसित देशों के कुछ रेडीमेड मॉडलों को अपनाते हुए। क्या हम भूल रहे हैं कि हमारी स्थानीय परिस्थितियां जुदा हैं और इस तरह की पुनर्संयोजन व्यवस्था...
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