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गांठ बांध लिया सादगी का मंत्र

तरनतारन [लुधियाना],[धर्मवीर मल्हार]। आज की नई पीढ़ी से अगर किसी राजनेता की बात की जाए तो उसकेजेहन में क्या छवि उभरेगी। यही ना, साफ-शफ्फाक लंबा कुर्ता-पायजामा, हाथ में ब्लैकबेरी फोन, अगल-बगल में एक दो गनर और नीचे कोई लंबी सी चमचमाती कार। लेकिन इसकेठीक उलट अगर आप तरनतारन जिले के गाव तुड़ की गलियों में पुरानी सी साइकिल पर आते-जाते और हाथ में फावड़ा-कुदाल लिए तरलोचन सिंह तुड़ को देखें तो...

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सिकलसेल मरीजों को शुरू होगा मोबाइल क्लीनिक

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सिकलसेल बीमारी से निपटने के लिए मोबाइल क्लीनिक की शुरुआत की जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में सिकलसेल मरीजों के उपचार की सुविधा के लिए सिकल सेल मोबाइल क्लीनिक का शुभारंभ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री रमन सिंह विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस के अवसर पर आगामी शनिवार 19 जून को यहां के डाक्टर भीमराव अम्बेडकर अस्पताल परिसर में...

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एन1एच1 बदल रहा है रूप, डरें नहीं

तिरुअनंतपुरम। मानसून की दस्तक के साथ स्वाइन फ्लू यानी इंफ्लूएंजा एच1एन1 के मामलों में फिर उछाल आया है। पिछले साल इस संक्रामक बीमारी के फैलने के कारण हजारों लोग मौत के मुंह में समा गए थे। केरल में स्वास्थ्य अधिकारियों ने सावधान किया है कि जल्द ही देश में सामान्य इंफ्लूएंजा के मामले एच1एन1 में बदल सकते हैं। केरल स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक एमके जीवन ने कहा कि पिछले...

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आरटीआई बना दामाद ढूंढ़ने का जरिया

पीलीभीत [प्रसून शुक्ल]। सूचना का अधिकार कानून [आरटीआई] अब भावी दामाद ढूंढ़ने का जरिया बन गया है। बेटियों के पिता बाकायदा लिखापढ़ी कर महंगे दूल्हे के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। जानकारी भी कैसी-कैसी-मसलन, लड़के ने डाक्टरी में दाखिला कब लिया? कब पासआउट हुआ? परसेंटेज क्या रही? कहीं वह फर्जी डिग्री धारक तो नहीं.? वगैरह-वगैरह। मंहगे दूल्हे ढूंढ़ने में आरटीआई के इस्तेमाल का हालिया मामला सामने आया...

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अस्पताल डाक्टरों की कमी से खुद पड़े हैं बीमार

पिथौरागढ़। सरकार के तमाम दावों के बावजूद जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई सुधार नहीं हो पाया है। यहां पर चिकित्सकों की भारी कमी के चलते अधिकांश मामलों में खुद बीमार पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला चिकित्सालय तक महज रेफर सेंटर साबित हो रहे हैं। वर्ष 2006 में स्वीकृत हुये बेस अस्पताल का मामला अभी भी अधर में है। बेस चिकित्सालय के राजनीति की भेंट चढ़ जाने से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद...

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