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मजदूर ही करेंगे सामाजिक अंकेक्षण : डीसी

रामगढ़: सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा का अंकेक्षण मजदूर ही करेंगे। इस अंकेक्षण दल में महिला मजदूरों की संख्या एक तिहाई होगी। उक्त बातें रामगढ़ उपायुक्त गणेश प्रसाद ने कही। वे मंगलवार को जिला समाहरणालय स्थित सभागार में मनरेगा को लेकर सामाजिक अंकेक्षण से संबंधित दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला का उद्घाटन उपायुक्त ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत जिले...

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भट्टा पारसौल मामले में कांग्रेस बैकफुट पर: नहीं होगी महापंचायत

नोएडा। कुछ दिन पहले तक भट्टा पारसौल में महापंचायत करने पर अड़े कांग्रेसी अब बैकफुट पर नजर आने लगे हैं। महीने के अंत में 20 से 25 जून तक राहुल गांधी की अध्यक्षता में भट्टा पारसौल में महापंचायत की जानी थी, लेकिन कांग्रेस की यह पंचायत अब नहीं होने वाली है। अभी तक कांग्रेस द्वारा न तो पंचायत की तिथि घोषित की गई है, न ही प्रशासन से इसके लिए अनुमति ही...

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जीने के लिए जूझते महात्मा फुले के परिजन

पुणे. देश में छात्राओं के लिए पहला स्कूल शुरू करने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले को सरकार और समाज के साथ जो संघर्ष उस समय करना पड़ा कमोवेश वैसा ही संघर्ष आज उनके परिजनों को करना पड़ रहा है। अंतर सिर्फ इतना कि तब उन्होंने समाज को नई राह दिखाने के लिए किया था और उनके परिजन बेहतर जिंदगी के लिए कर रहे हैं। महात्मा फुले के पड़ पोते दत्तात्रेय होले की बहू...

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राजस्थान में आदिवासी अधिकारों की अनदेखी

सामाजिक अधिकारिता के कानूनों के होने भर से किसी समुदाय के सशक्तीकरण की गारंटी होती तो राजस्थान का आदिवासी समुदाय ना तो शिक्षा के बुनियादी अधिकार से वंचित रहता और ना ही अपनी जीविका के जरुरी साधन जमीन से। मिसाल के लिए इन तथ्यों पर गौर करें।राजस्थान की कुल आबादी में आदिवासी समुदाय की तादाद १२.४४ फीसदी है और साक्षरता-दर है ४४.७ फीसदी जबकि सूबे की औसत साक्षरता दर इससे कहीं ज्यादा ऊंची(६१.०३ फीसदी) है। क्या शिक्षा...

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महिला सशक्तिकरण का यक्ष प्रश्न- डॉ. ऋतु सारस्वत

नई दिल्ली [डॉ. ऋतु सारस्वत]। भारत अपनी स्वतंत्रता के छह दशक बिता चुका है और इन वर्षो में भारत में बहुत कुछ बदला है। विश्व के सबसे मजबूत गणतंत्र में सभी को अपनी इच्छा से जीने, सोचने और अपने विचारों को अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता मिली है, जिसका हम उपभोग भी कर रहे हैं। हालाकि एक वर्ग ऐसा भी है जो आज भी इस सुखानुभूति से वंचित है और वह...

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