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कड़वे बादाम : दिल्ली के बादाम उद्योग में मज़दूरों का शोषण

  उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्‍बन्‍धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...

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जानलेवा बाढ़ का अब तक नहीं हो पाया कोई स्थायी समाधान

पटना. बिहार के 38 में से 28 जिले बाढ़ प्रभावित माने जाते हैं और 68. 80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित माना जाता है। ऐसे में पूरे वर्ष भर सरकार बाढ़ को रोकने के लिए कवायद में जुटी रहती है। तटबंधों पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं फिर भी यहां बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका है। बिहार में बाढ़ की समस्या काफी पुरानी है। जानकार...

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मस्तिष्क ज्वर का कहर : रक्त और फ्लूइड का नमूना ले लौट गई विशेषज्ञ टीम

पटना. इंसेफ्लाइटिस के कारणों का पता लगाने के लिए केंद्रीय विशेषज्ञ टीम ने मुजफ्फरपुर से पीडि़त बच्चों के रक्त और सेरेब्रो स्पाइनल फ्लूइड का नमूना लिया। नमूना लेनेवाली पूणे के राष्ट्रीय विषाणु संस्थान (एनआईवी) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की टीम ने शनिवार को पटना में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी से मुलाकात की। व्यासजी ने बताया कि राष्ट्रीय विषाणु संस्थान से दस दिनों में जांच रिपोर्ट मिलेगी।...

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बिहार में अज्ञात बीमारी से मरने वालों बच्चों की संख्या 160 पार

पटना. बिहार के मुजफ्फरपुर, गया और पटना के अस्पतालों में अज्ञात बीमारी से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस अज्ञात बीमारी से बीते 15 घंटों में 10 और बच्चों की मौत हो गई है, जिससे मरने वालों की संख्या 160 के आंकड़े को पार कर गई है। इधर, दिल्ली से आए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल विभाग का छह सदस्यीय विशेषज्ञ दल लगातार बीमारी प्रभावित गांवों...

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यहां कुख्यात अपराधी के पांव छू कर दिन की शुरुआत करते हैं ग्रामीण

नवगछिया. बिहार के नवगछिया अनुमंडल के बिहपुर प्रखंड अन्तर्गत हरियो गांव के चौक पर एक प्रतिमा स्थापित है जिसके पैर छूकर अपनी दिनचर्या की शुरुआत करते हैं यहां के ग्रामीण। हैरानी की बात है कि यह प्रतिमा किसी संत पुरुष की नहीं बल्कि कुख्यात अपराधी सरगना तेतुली उर्फ तुतली सिंह की है। जिसकी आज से 14 साल पूर्व पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गयी थी। ग्रामीणों की नजर में तुतली सिंह...

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