भोपाल। चौबीस हजार से अधिक अप्रशिक्षित शिक्षक प्रदेश की शालाओं में बच्चों को भविष्य संवार रहे हैं। प्रदेश में स्कूलों में पढ़ा रहे करीब 7 हजार 660 संविदा शिक्षक वर्ग-2 और 17 हजार 240 संविदा शिक्षक वर्ग-3 अप्रशिक्षित हैं। इनके अध्यापक वर्ग में संविलियन के लिए उनका तयशुदा शैक्षणिक योग्यता के साथ शिक्षण-प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करना अनिवार्य रहेगा। श्रेणी-3 के संविदा शाला शिक्षकों को डीएड/ बीटीसी और डीएसई प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उत्तीर्ण...
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बढ़ रहा है जनता में जनाक्रोश
नई दिल्ली [उमेश चतुर्वेदी]। महंगाई की आग के खिलाफ पाच जुलाई के भारत बंद पर कारपोरेट तरीके से मूल्याकन के जरिए भले ही लाख सवाल उठाए जा रहे हों, लेकिन यह सच है कि इस बंद ने महंगाई की आग से झुलस रहे अधिसंख्य भारतीयों के गुस्से और क्षोभ को ही अभिव्यक्ति दी है। इस क्षोभ और गुस्से का महत्व इसलिए कम नहीं हो जाता कि इससे तेरह हजार या बीस...
More »पानी के लिए कोई नहीं पानी-पानी
पटना पानी चीज ही अजीब है। पानी चढ़ता है, उतरता है..पानी जमता है। टंकी पर चढ़ने वाला पानी कभी सिर पर भी चढ़ जाता है। पानी से आदमी पानी-पानी भी होता है। लेकिन सूबे में जल संचयन के लिए बने कानून को लागू करने में प्रशासन खुद पानी-पानी है। यही वजह है कि अब तक सख्ती से यह लागू नहीं हो सका है और भूजल-वाटर रिचार्ज...
More »विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
More »ऐसा ही रहा तो मुश्किल होगी बहू की तलाश
पटना अब भी न चेते तो एक समय ऐसा आएगा, जब बहू के साथ मोटा दहेज पाना तो दूर, उसकी तलाश में पापड़ बेलने पड़ेंगे। यह किसी समाजशास्त्री की भविष्यवाणी नहीं, बल्कि जिले की ताजा मतदाता सूची से निकली तथ्यपरक चेतावनी है। पुरुष वोटरों की अपेक्षा महिला मतदाताओं की घटती संख्या बिगड़ते पुरुष-स्त्री अनुपात की तरफ इशारा कर रही है। नगरीय क्षेत्र में साक्षरता और जागरूकता...
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