शाजापुर। गर्मी की छुट्टियों में मध्यान्ह भोजन दिए जाने की योजना में बच्चों की लगातार कम संख्या चिंता का सबब बन गई है। हालत यह है कि स्कूलों में बच्चे कम संख्या में पहुंच रहे हैं। बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए अब गांव-गांव डोंडी पिटवाए जाने के साथ ही अन्य प्रयास भी किए जाएंगे। इस वर्ष जलस्रोतों के जल्दी दम तोड़ने के चलते जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका...
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43 डिग्री तापमान से लड़कर स्कूल जा रहे बच्चे, डीहाइट्रेशन के हो रहे शिकार
रायपुर। सूरज आग उगल रहा है। पारा रिकॉर्ड तोड़ रहा है। सड़कों पर दोपहर को सन्नाटा पसर जाता है। तभी होती है स्कूल की सुबह वाली पारी की छुट्टी और लगनी शुरू होती है दूसरी पारी। बच्चों को तपती, चिलचिलाती धूप में स्कूल से घर आना पड़ता है, तो दूसरी पारी में लगने वाली कक्षाओं के लिए स्कूल जाना पड़ता है। बच्चे इस गर्मी को सहन नहीं कर पा रहे...
More »स्कूल में नामांकन के लिए सीएम नीतीश के जनता दरबार पहुंचे बच्चे
पटना : बिहार विधानसभा बजट सत्र की वजह से स्थगित हुआ मुख्यमंत्री जनता दरबार आज फिर शुरू हुआ. दरबार में आज स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा और सामान्य प्रशासन विभाग के साथ कला एवं संस्कृति विभाग सहित कई और विभागों की शिकायतें मुख्यमंत्री सुन रहे हैं. नियमानुसार सभी विभागों के वरीय अधिकारी और संबंधित विभाग के मंत्री भी जनता दरबार में मौजूद हैं. काफी दिनों स्थगित रहने के बाद शुरू हुए...
More »आज भी मुख्यधारा से कटे हैं सरयू के लोग, तबीयत हुई खराब, तो बचना मुश्किल
इस इलाके में रहनेवाले लोगों के बेटे-बेटियों के लिए रिश्ते नहीं आते. तत्कालीन केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा था, चार माह में यहां दिखेगा बदलाव, लेकिन हालात यह है कि यहां जीवन काटना भी मुश्किल है. फिर भी लोग यहां बसर कर रहे हैं इस उम्मीद में कि कभी तो उनके भी दिन बहुरेंगे. ।। सरयू से लौट कर जीवेश ।। चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा लगभग दो...
More »प्रतीकों के पीछे छुपे हुए अर्थ - मृणाल पांडे
आज जब देशभक्ति पर तर्कशील विमर्श असंभव होता जा रहा है और भावुकता दिमागों पर हावी है, ऐसे में राष्ट्र को एक मातृदेवी का रूप देने की तर्कसंगत व्याख्या सामयिक है। संविधान के तहत धर्मनिरपेक्ष घोषित देश में राष्ट्रभक्ति को भारतमाता की देवीस्वरूपा प्रतिमा की तरह जयकारे बुलवाने और प्रणाम करने की जिद पर गौर करना चाहिए, जो बहुलतामय भारत के राज-समाज में प्रभु के विभिन्न् स्वरूपों को मानने वालों...
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