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18000 साल पहले शुरू हो गई थी ग्लोबल वार्मिग!

लंदन। ग्लोबल वार्मिग यानी धरती के तापमान में वृद्धि का अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों को चौंकाने वाला सूत्र हाथ लगा है। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की राय में करीब 18 हजार साल पहले बड़ी मात्रा में कार्बन का जमाव समुद्र के अंदर हुआ था। कार्बन के इसी जमाव ने अंतिम हिमयुग को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी। विज्ञान पत्रिका 'साइंस' में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि अंतिम हिमयुग के दौरान समुद्र...

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बच्चे के जन्म पर सरकार देगी बधाई

मुजफ्फरपुर। मां-बाप बनकर आदमी कितना खुश होता है। अगर इस खुशी में सरकार भी शामिल हो जाए तो कितना अच्छा होगा। जी हां, तिरहुत के प्रमंडलीय आयुक्त एसएम राजू ने पौधारोपण को बढ़ावा देने लिए एक नई पहल की है। अब बच्चे के जन्म पर सरकार दस पौधे बधाई के रूप में देगी, जिसे मां-बाप अपनी इच्छानुसार कहीं भी लगा सकते हैं। आयुक्त की सोच है कि हर बच्चे के जन्म लेने के बाद...

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तोता-मैना को निगल रही ग्लोबल वार्मिग

मुजफ्फरपुर [सुजीत कुमार]। लोक कहानियों के महत्वपूर्ण पक्षी पात्र तोता और मैना अब कविता-कहानियों में ही मिलेंगे। ग्लोबल वार्मिग जिन पक्षियों की प्रजाति को निगल रही है, उनमें तोता पहले नंबर पर है। कौवा दूसरे नंबर और घरों में फुदकने वाली मैना तीसरे नंबर पर है। ग्रीन गैस हाउस के बढ़ते प्रभावों ने तोता-मैना जैसे पक्षियों के अस्तित्व पर खतरा पैदा कर दिया है। खेत-खलिहानों और पेड़-पौधों पर फुदकने वाले ये पक्षी बहुत तेजी से...

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धनी देश निभाएं जलवायु प्रतिबद्धता

ब्रुसेल्स। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा है कि धनी देशों को जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विकासशील देशों को मदद मुहैया कराने की अपनी प्रतिबद्धता निभानी चाहिए, ताकि ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने के लिए वैश्विक समझौते पर प्रगति हो सके। यूरोपीय संघ, अमेरिका और अन्य धनी देशों ने अगले तीन सालों में गरीब देशों को 30 अरब डालर की सहायता देने का वायदा किया है, ताकि वे ग्लोबल वार्मिग...

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धरती कहे पुकार के

ढ़ती हुई कीमतें उस आपदा का सिर्फ एक संकेत हैं, जिससे खेती जूझ रही है. दरअसल भारतीय कृषि क्षेत्र बुरी तरह से चरमरा रहा है. संकट से पार पाने के लिए नजरिए में बड़े बदलावों की जरूरत है. लेकिन कृषि मंत्री शरद पवार आपदा की इस आहट को सुनने के लिए तैयार नहीं. अजित साही और राना अय्यूब की रिपोर्ट सरकारी नीतियों से लेकर अखबार की सुर्खियों तक तरजीह पाने वाली...

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