कुशल प्रशासन और चुस्त प्रबंधन की वजह से महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के हिबड़े बाजार गांव की आज पूरे देश में चर्चा है. कैसे एक युवा सरपंच के नेतृत्व में एकजुट हिबड़े बाजार के लोगों ने गरीबी से न केवल मुक्ति पा ली, बल्कि आज पूरा गांव आत्मनिर्भर है. ‘राहें और भी हैं' की इस सीरीज में आज पढ़ें गवर्नेस के सफल मॉडल बन चुके हिबड़े बाजार की तरक्की की...
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'ई-रिक्शा' पर घिरे गडकरी, भाजपा ने किया इनकार
नई दिल्ली। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर अपने एक रिश्तेदार की कंपनी को फायदा पहुंचाने के प्रयास का आरोप लगा है। एक अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि ई-रिक्शा बनाने वाली कंपनी पूर्ति ग्रीन टेक्नोलॉजीज (पीजीटी) प्राइवेट लिमिटेड नितिन गडकरी द्वारा स्थापित पूर्ति समूह की कई कंपनियों में से एक है। उधर, भाजपा ने नितिन गडकरी का बचाव करते हुए कहा कि इस मामले में उनका कोई व्यक्तिगत स्वार्थ...
More »शहर के बड़े स्कूलों में नहीं मिला साफ पेयजल - संजीव वर्मा
गाजियाबाद। शहर के चुनिंदा स्कूलों से लिए गए पेयजल के नमूने फेल हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की संयुक्त टीम ने 16 अप्रैल को ट्रांस हिंडन विभिन्न स्थानों तथा स्कूल-कॉलेजों में पानी के नमूने लिए थे। नमूनों की जांच की तो उसमें क्लोरिनेशन शून्य पाया गया। सभी संस्थाओं को पानी में क्लोरिनेशन कराने की हिदायत दी गई है। मार्च से लेकर अब तक संयुक्त...
More »रिन्युएबल एनर्जी को बढ़ावा देने का है वक्त - संजीव कुमार
वैश्विक स्तर पर सरकारें औद्योगिक क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए ग्रीन इंडस्ट्रियल पॉलिसी पर काम कर रही है। इसके तहत रिन्युएबल एनर्जी के उत्पादन एवं खपत की दिशा में अधिक जोर दिया जा रहा है। यह ट्रेंड वैश्विक स्तर पर न केवल विकसित बल्कि विकासशील देशों में भी तेजी से अपनाया जा रहा है। इसका मकसद जीवाश्म ईंधन के बढ़ते इस्तेमाल से ग्लोबल वार्मिंग की...
More »कर्ज चुकाने में आगे होने के बावजूद भेदभाव का शिकार हैं महिला उद्यमी- नई रिपोर्ट
एक नई रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के स्वामित्व वाले सूक्ष्म, छोटे और मंझोले दर्जे के मात्र 3.1 प्रतिशत उद्यमों की वित्तीय जरुरत औपचारिक स्रोतों से पूरा होती है जबकि 92.1 प्रतिशत ऐसे उद्यमों की वित्तीय जरुरत को पूरा करने के लिए महिला को घर-परिवार, नाते-रिश्तेदार या फिर अनौपचारिक स्रोतों के आसरे रहना होता है। शेष 4.8 प्रतिशत ऐसे उद्यमों की वित्तीय जरुरत अर्ध-औपचारिक स्रोतों से पूरा होती है।(देखें नीचे दी...
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