हजारीबाग। कटकमसांडी प्रखंड के मध्य विद्यालय कंडसार में बुधवार को मध्याह्न भोजन खाने से करीब सौ बच्चे बीमार हो गए। इनमें 25 बच्चों का इलाज सदर अस्पताल हजारीबाग व अन्य का इलाज कंडसार स्थित स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया। बताया जाता हे कि भोजन में छिपकली गिर गई थी, जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। घटना की खबर पाते ही आरडीडीई सीके त्रिपाठी, डीईओ तुलसी दास ने विद्यालय पहुंचकर मामले की जांच की। उन्होंने...
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‘मेरे पास कोई बटन नहीं है जिसे दबाकर चीजें तुरंत बदल दूं’- नीतीश कुमार
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव हैं, लेकिन लगता नहीं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस चुनौती की ज्यादा फिक्र है. विजय सिम्हा से बातचीत में नीतीश बता रहे हैं कि उनकी सरकार तीन सबसे प्रमुख मुद्दों- निवेश, शिक्षा और भूख पर कैसे आगे बढ़ने वाली है और क्यों उन्हें इस मामले में केंद्र से मदद मिलने की उम्मीद नहीं है. (तहलका हिन्दी से साभार) बिहार में भूख अभी भी एक समस्या है, लेकिन इसे...
More »कैसे कहें, स्कूल चलें हम?
मुजफ्फरपुर [जाटी]। शिक्षा में सुधार संबंधी तमाम प्रयासों के बावजूद उत्तर बिहार ड्राप आउट की समस्या से जूझ रहा है। हजारों बच्चे अब भी स्कूल से बाहर हैं। हैरत की बात यह है कि जिम्मेदार अफसर इसे कबूल तो करते हैं, लेकिन उनके पास इससे निबटने की कोई प्लानिंग नहीं है। मुजफ्फरपुर में सिर्फ ड्राप आउट बच्चों की संख्या 32 हजार है। इस ग्राफ को कम करने के लिए कई...
More »मध्याह्न भोजन से दो छात्राएं मरीं, 300 बीमार
सीतामढ़ी/रून्नीसैदपुर। रून्नीसैदपुर प्रखंड के हरसिंगपुर मध्य विद्यालय में मध्याह्न भोजन खाने के बाद तीन सौ छात्र-छात्राएं बीमार हो गए, जिनमें दो छात्राओं की मौत हो गई है। वहीं, बीस से ज्यादा बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस घटना के बाद प्रधान शिक्षक फरार हो गए हैं। गंभीर रूप से बीमार बच्चों को चिकित्सा के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य का इलाज गांव में ही मेडिकल टीम कर रही है। सूचना...
More »बड़े सपनों की पाठशाला का नन्हा हेडमास्टर
16 साल के बाबर अली का स्कूल बताता है कि बड़े काम बड़ी उम्र के मोहताज नहीं होते. सम्राट चक्रबर्ती की रिपोर्ट(तहलका (हिन्दी) से साभार) प. बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में स्थित बेल्डांगा रेलवे क्रॉसिंग के आस-पास शायद ही ऐसा कुछ हो जो आपको खास लगे. लेकिन कोलकाता से हमारी पांच घंटे की बस यात्रा की मंजिल यहीं थी. मार्क्सवादी सपने दिखानेवाले और शादीशुदा दंपत्तियों की निजी समस्याओं के समाधान...
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