आसनसोल: आसनसोल नगर निगम के अधीन संचालित 42 प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूलों में किचन शेड के लिए आवंटित राशि शुक्रवार को सीधे स्कूलों के बैंक खाते में भेज दिया गया. इधर इस राशि को जमा करने को लेकर मेयर तापस बनर्जी व मेयर परिषद सदस्य (शिक्षा) गुलाम सरवर के परस्पर विरोधी बयान आये हैं. मेयर श्री बनर्जी का कहना है कि यह राशि शुक्रवार को जमा हुई, जबकि श्री...
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वे आदिवासियों के हितैषी नहीं- विनोद कुमार
तरीके से फैलाई गई है कि माओवादी आदिवासियों के रहनुमा हैं। जल, जंगल और जमीन पर आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसी वजह से मेधा पाटकर, अरुंधति राय, स्वामी अग्निवेश जैसे सामाजिक कार्यकर्ता जब-तब माओवादियों के पक्ष में खड़े हो जाते हैं। लेकिन यह भ्रम है। यह इत्तिफाक है कि अपने देश का जो वनक्षेत्र है वही जनजातीय क्षेत्र भी है, और माओवादी छापामार युद्ध की अपनी...
More »खाने में छिपकली, स्कूल से हॉस्पिटल पहुंचे मासूम
रांची. हटिया स्थित गुरुनानक स्कूल में हुई एक चूक ने गुरुवार को 37 बच्चों को अस्पताल पहुंचा दिया। दरअसल इस रिहायशी स्कूल में नाश्ते बंटने के दौरान एक बच्चे की प्लेट में छिपकली मिली। तब-तक 44 बच्चों में नाश्ता बंट चुका था और 19 बच्चे काफी हद तक खा भी चुके थे। जैसे ही पता चला कि खाने में छिपकली गिरी है, तब तक नीरज नामक बच्चे के पेट दर्द...
More »पहाड़ के दुख के बीच रैम्बोगीरी
जनसत्ता 4 जुलाई, 2013: जोसेफ हैलर के प्रसिद्ध उपन्यास ‘कैच ट्वेंटी टू' में किसी नकली बीमारी का बहाना बना कर खुद को युद्धक्षेत्र भेजे जाने से मुक्त कर चुका बमवर्षक यूनिट का पादरी पाता है कि आह, भरोसेमंद तरीके से सचमुच का झूठ बोल जाना कितना सहज है! छाती ठोंक कर वह कहता है कि दरअसल निर्ममता को देशप्रेम और परउत्पीड़न को न्याय का पर्याय बताने वाले सफेद झूठों को...
More »बारिश में कैसे पढेंगे बच्चे
पटना: सूबे में मॉनसून को आये 15 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, पर इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है कि राज्य के 10 हजार भवनहीन स्कूलों के बच्चे, जो पेड़ के नीचे पढ़ते हैं, बारिश होने पर कहां जायेंगे. हद तो यह है कि एक हजार स्कूलों के पास भवन निर्माण की राशि रहने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. राज्य में सर्व...
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