विभिन्न देशों के कानून और पर्यावरण नियमों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन करने में वेदांत रिसोर्सेज़ की एक अलग पहचान है. कहने को तो यह कम्पनी एक पब्लिक कम्पनी है मगर इसमें वर्चस्व खुले तौर पर केवल एक व्यक्ति, उसके परिवार और इष्ट मित्रों का ही है. इस कम्पनी को इस बात पर भी नाज़ है कि वह हिन्दुत्व और नव-उदार रूढ़िवादिता में समन्वय स्थापित करती है. परेशानी की बात...
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आरटीआई कार्यकर्ताओं को परेशान करने पर 11 धरे
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सूचना का अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगने वाले लोगों को परेशान करने के दो अलग-अलग मामलों में दिल्ली नगर निगम के तीन अधिकारियों समेत 11 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस को इस वर्ष तीन शिकायतें मिली हैं जबकि पिछले वर्ष उसे एक भी शिकायत नहीं मिली थी। पुलिस ने तिलक नगर के हेडकांस्टेबल के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है।...
More »पाठशालाओं में छुआछूत की पैठ
अंजलि सिन्हा। अमेठी के पिछौरा गांव के जूनियर हाईस्कूल ने मिड डे मील पर उठी और पूरे सूबे में चर्चा का सबब बनी समस्या का समाधान निकाल लिया है। तय किया गया है कि दलित रसोइए की भी नियुक्ति होगी, लेकिन वह रसोई के बाहर ही काम करेगी और अंदर वाला काम यानी चूल्हे पर रसोई पकाने का काम सवर्ण रसोइया करेगी। आजाद, संप्रभुता संपन्न कहे जाने वाले दुनिया...
More »पंचायतों का ‘पंचलेखा पंचर’
भोपाल. प्रदेशभर की पंचायतों के काम काज को गति देने के लिए लागू की गई कम्प्यूटरीकरण योजना फेल हो गई है। सरकार ने पंचायतों में कम्प्यूटर तो लगा दिए लेकिन संचालनालय में सेंट्रल सर्वर नहीं लगाया। इससे कम्यूटर पर खर्च 11 करोड़ पानी में चले गए। यही नहीं विशेष सॉफ्टवेयर पंचलेखा भी अनुपयोगी साबित हुआ। यह खुलासा नियंत्रक महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में हुआ है। कैग ने जिला पंचायत भोपाल, ग्वालियर,...
More »देश नहीं भगवान को प्यारे
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में इंसेफलाइटिस से हज़ारों बच्चों का मरना और विकलांग होना जारी है. इससे बचने के उपाय हैं तो मगर दो सरकारों के झगड़ों और लालफीताशाही में उलझकर रह गए हैं जयप्रकाश त्रिपाठी की रिपोर्ट बच्चों की मौत बिना नागा जारी है. वे विकलांग भी हो रहे है. 2-4-6-8 साल के नन्हे-मुन्ने और मुन्नियां. कुछ दुधमुंहे भी हैं. रोने क्या कुनमुनाने तक से लाचार. एक-दो नहीं सैकड़ों-हजारों मासूम....
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