रायपुर. कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू के विदेश दौरे को केंद्र सरकार ने अनुमति नहीं दी है। साहू यूएन कांफ्रेंस में भाग लेने के लिए १६ जून को ही ब्राजील गए हैं। इसके बाद उन्हें अमेरिका जाना है। अधिकृत घोषित नहीं किए जाने से कृषि मंत्री के दौरे को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने केंद्रीय विदेश मंत्रालय को 29 मई 2012 को पत्र लिखकर कृषि मंत्री...
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पुलिस और किसानों में फायरिंग, 22 जख्मी
पटियाला. गांव बलबेड़ा और चरासौं की 210 एकड़ शामलाट जमीन पर कब्जा छुड़ाने गई पुलिस को किसानों के हिंसक संघर्ष का सामना करना पड़ा। गुस्साए किसानों ने पुलिस व प्रशासन की टीम पर हमला बोलते हुए फायरिंग कर दी। पुलिस ने पहले लाठीचार्ज और आंसू गैस से उन्हें तितर-बितर करने का प्रयास किया फिर फायरिंग की। मंगलवार दोपहर हुए हिंसक संघर्ष में दो चौकी इंचार्ज सहित 12 बारह पुलिसकर्मी और दस...
More »न माननीयों की भाषा किसान समझे और न किसानों की भाषा माननीय
बठिंडा. मालवा में खाद और रसायनों के प्रभाव का आकलन करने के लिए दिल्ली से बठिंडा पहुंची सांसदों की कृषि समिति ने कैंसर के कारण तो जाने पर किसानों का दर्द नहीं जान पाई। सांसदों व किसानों के बीच भाषा सबसे बड़ी बाधा रही। सांसद ओडिशा, बंगाल, गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार, तमिलनाडु व उत्तरप्रदेश से थे। उन्हें पंजाबी समझ ही नहीं आई। ऐसे में किसान पंजाबी में अपनी पीड़ा बयान करते रहे...
More »तीन दिन में 600 ग्रामीणों ने बना डाली 20 किमी सड़क
गोइलकेरा (जमशेदपुर). नक्सलवाद प्रभावित झारखंड के 10 गांवों ने सरकार के आगे हाथ फैलाने बंद कर दिए हैं। इन गांवों के 600 लोगों ने प्रशासनिक मुख्यालय गोइलकेरा तक पहुंचने के लिए बदहाल 20 किलोमीटर सड़क अपने ही दम पर बना ली है। महज तीन दिनों में। नक्सलवादियों के आतंक और सरकारी मशीनरी की उपेक्षा के बीच यह आत्मनिर्भरता का अनूठा उदाहरण है। यह प्रयास गोइलकेरा के सबसे पिछड़े व सुदूरवर्ती पंचायत गमहरिया में...
More »लाभार्थियों को कम मिल रहा अनाज
फलका (कटिहार), निज संवाददाता : गरीबों के खाद्यान्न की हकमारी करना डीलरों की नियति बन चुकी है। प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद फलका प्रखंड अंतर्गत रहटा पंचायत में डीलर द्वारा लाभार्थियों को चावल व गेहूं दो-दो किलो कम देने तथा निर्धारित से अधिक कीमत वसूलने का मामला प्रकाश में आया है। गत सोमवार को खाद्यान्न वितरण के दौरान जब ग्रामीणों द्वारा कम राशन देने का विरोध किया गया तो उल्टे...
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