मुरैना. तिंदोखर गांव के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी। प्रशासन गांव में गंदगी का बहाना बनाकर, दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बचाने में लगा हुआ है। मध्याह्न् भोजन खाने वाले बच्चे एवं रसोइये ही आखिर क्यों बीमार पड़े, अन्य लोग क्यों नहीं? गिनती के आते हैं बच्चे घटना के बाद जिला प्रशासन ने यह दावा किया है कि प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र में क्रमश: 196,...
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न डॉक्टर मिलते हैं न पौष्टिक खाना
रायपुर। डीबी स्टार की पड़ताल में सामने आया कि आयुर्वेद अस्पताल में मरीज यहां की अव्यस्थाओं को लेकर शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि आयुर्वेद में दवाइयों का असर धीमी गति से होता है। इसीलिए मरीजों को लंबे समय तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाता है। इसके बावजूद आयुर्वेद अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते मरीजों को बीच में इलाज छोड़कर जाना पड़ता है।...
More »किसानों की हत्या पर मुहर--- देविंदर शर्मा
जीएम फसलें एक बार फिर चर्चा में है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपनी पूर्ववर्ती नीति से पलटी मारकर अब सार्वजनिक रूप से जीएम फसलों को समर्थन देना शुरू कर दिया है. बहस गरमा रही है. यह उसी लाइन पर जा रही है, जिस पर शरद पवार जोर दे रहे है. इसमें हैरत की बात नहीं है. मैं देर-सबेर इसकी उम्मीद कर रहा था. आखिरकार, विकिलीक्स पहले ही खुलासा कर चुका है...
More »ठंड से आधा गांव बीमार
जबलपुर. ठंड के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में भी जनजीवन किस हद तक अस्त-व्यस्त हो चला है, इसकी बानगी शहर से करीब 6 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम रैगवां में देखने को मिलती है, जहां मौसम की मार के चलते ग्रामीणजन न तो चैनपूर्वक जी पा रहे हैं और न ही ठीक तरह से अपने दैनिक कार्य निपटा पा रहे हैं। पूरा क्षेत्र भीषण ठंड की चपेट में है एवं बच्चों से लेकर...
More »अस्पताल पहुंचेगा आपके द्वार
ग्वालियर. सुदूर गांव में रहने वालों को अब उपचार के लिए शहर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। ग्रामीणों को उनके गांव में ही उपचार मिल सके, इसके लिए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग दीनदयाल चलित अस्पताल प्रारंभ करने जा रहा है। ग्वालियर सहित प्रदेश के ३३ जिलों में यह सुविधा संभवत: जनवरी के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ हो सकती है। आमतौर पर देखा जाता है कि सुदूर गांव में रहने वाले...
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