देशभर के शहरों में रहनेवाले गरीबों के आंकड़े जुटाने के लिए एक जून से सात माह का सर्वे शुरू हो चुका है. इसके साथ ही गरीबों की पहचान के मानदंड पर बहस भी फ़िर छिड़ गयी है. यह विडंबना ही है कि तमाम योजनाओं के बावजूद गरीबों की संख्या लगातार बढ़ रही है. शहरी गरीबों की गणना की खबरों के साथ ही गरीबी को लेकर जारी बहस फ़िर छिड़ गयी है....
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छत्तीसगढ़: बुजुर्गो का मुफ्त इलाज कराएगी सरकार
रायपुर.पीडीएस सिस्टम, मुफ्त नमक और पांच रुपए किलो में चना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं के बाद राज्य सरकार बुजुर्गो का नि:शुल्क इलाज कराने जा रही है। ‘मुख्यमंत्री सियान योजना’ के तहत 60 साल से अधिक उम्र के महिला और पुरुषों को इसका लाभ मिलेगा। खास बात यह भी है कि इस योजना का लाभ हर वर्ग के लोग ले सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा खाका तैयार करने और बजटीय प्रावधान होते ही इसे लागू कर...
More »गोदाम अनाज से भरे फिर भी भूख से मौतें क्यों?: सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली. देश में भूख से मौतों के बढ़ते मामलों से सुप्रीम कोर्ट चिंतित है। उसने केंद्र से पूछा है कि जब अनाज के गोदाम लबालब भरे हैं। बंपर फसल भी हुई है। फिर भी देश में भुखमरी के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। साथ ही शीर्ष कोर्ट ने गरीबी की रेखा से नीचे के लोगों (बीपीएल)की संख्या हर राज्य में केवल 36 फीसदी मानने पर भी योजना आयोग को कड़ी फटकार लगाई।...
More »मैं गरीब की बेटियों का नाना : बादल
लुधियाना। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने रविवार सुबह गुरुनानक भवन में एक कार्यक्रम के दौरान विभिन्न योजनाओं के तहत लाभपात्रियों को चेक बांटे। इस मौके पर शगुन स्कीम के तहत 1050 लाभपात्रियों को एक करोड़ 57 लाख, 1048 लोगों को कच्चे मकानों को पक्का बनाने के लिए 3 करोड़ 23 लाख के चेक दिए गए, जबकि विधवा पेंशन के 50 लाभपात्रियों को पांच लाख रुपए के चेक सौंपे गए। इस मौके पर...
More »अमेरिका में हर तीन में से एक कामकाजी परिवार संकट में
वाशिंगटन. अमेरिका में निम्न आय वर्ग के हर तीन में से एक कामकाजी व्यक्ति को रोजगार के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है, जिससे पूरा परिवार अपनी मूलभूत जरुरतों के लिए जूझ रहा है। इन परिवारों पर अमेरिकी जनगणना विभाग द्वारा किए एक अध्ययन के बाद यह खुलासा हुआ है। ये परिवार अधिकारी वर्ग की तुलना में औसतन 200 फीसदी से भी कम कमा रहे हैं। पूरे देश में इन कामकाजी परिवारों की संख्या भी...
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