2,800 करोड़ रु इधर-उधर हो गए और 4,765 करोड़ रू का कोई हिसाब नहीं. झारखंड में कैग की हालिया रिपोर्ट यह भी बता रही है कि यह सब कैसे हुआ. इसके बावजूद सरकार और उससे भी ज्यादा विपक्ष की चुप्पी हैरान करती है. अनुपमा की रिपोर्ट चारा घोटाले के वक्त बिहार में अक्सर कहा जाता था कि नेता-अधिकारी जानवरों का चारा तक डकार गए. पिछले दिनों झारखंड विधानसभा में पेश कैग रिपोर्ट के...
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स्टेट : आंकड़े ही खोल रहे हैं नक्सल विरोधी अभियान की पोल
रांची : राज्य में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों की पोल खोलने के लिए गृह विभाग के पिछले छह माह के आंकड़े ही काफी हैं। जनवरी से जून तक पुलिस ने 17 नक्सलियों को मारा है तो नक्सलियों ने भी इतने ही पुलिसकर्मी मार गिराए हैं। इस तरह इस अभियान में हिसाब-किताब बराबर चल रहा है। नक्सलियों और पुलिस के बीच हुए तीन दर्जन मुठभेड़ों से आगे बढ़ें तो इस मायने में...
More »महंगी चिकित्सा और मरते गरीब-- भगवती प्रसाद डोभाल
आज के दौर में अलग-अलग रोगों के लिए निजी अस्पतालों की पूरे देश में बाढ़-सी आ गई, पर इनमें इलाज कितना अच्छा हो रहा है, उसकी पड़ताल आवश्यक है। यह भी देखने में आया है कि इन अस्पतालों में इलाज कराना आम जनता के बस की बात नहीं है। दूसरी ओर, सरकारी अस्पतालों की दिनोंदिन खस्ता होती हालत से इलाज के अभाव में गरीब जल्द ही इस दुनिया से विदा...
More »मप्र में दर्ज हुई लाडलियों की संख्या में तेज गिरावट
भोपाल। मौजूदा सरकार भले ही प्रदेश में लाडली लक्ष्मियों को पूज रही है, लेकिन जनगणना के ताजा आंकड़े बताते हैं कि बच्चियों के मामले में प्रदेश में हालात अच्छे नहीं है। प्रदेश में 0 से 6 साल के बच्चों में लिंगानुपात में पिछली जनगणना के मुकाबले 20 अंकों की गिरावट आई है। शहरी क्षेत्रों में तो यह अनुपात 897 पर पहुंच गया है। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब...
More »गरीबी और अमीरी का पैमाना- हर्षमंदर
मई की एक तपती हुई दोपहर को मैं नई दिल्ली में योजना आयोग भवन के सामने एक विचित्र विरोध प्रदर्शन में सम्मिलित हुआ था। प्रदर्शनकारी तख्तियां लहरा रहे थे, जोशोखरोश से नारे लगा रहे थे, लेकिन साथ ही वे देश की शीर्ष योजना निर्मात्री संस्था के सदस्यों के लिए कुछ ‘भेंट’ भी लेकर आए थे। उनकी भेंट ठुकरा दी गईं और प्रदर्शनकारियों की भीड़ को पुलिस ने मामूली झड़प के बाद...
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