पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने वाशिंगटन में जो बयान दिया, उसे भारत में कई लोग नहीं पचा पाए। पहली नजर में यह बयान कुछ अनावश्यक-सा दिखता है। खासकर तब, जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष साल 2016-17 के वित्तीय वर्ष के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर का अनुमान विश्व में सबसे ज्यादा 7.5 बता रहा हो और कई जगह भारत को चमकता सितारा माना जा रहा हो। ऐसे...
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छत्तीसगढ़- भूमि सुधार का काम जीपीएस से, 66 साल बाद कोंडागांव जिले का सर्वे
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भूमि सुधार (बंदोबस्त) का काम अब ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस के माध्यम से शुरू कर दिया गया है। राज्य के बस्तर सहित कई अन्य जिलों में भूमि सुधार के काम सही तरीके से न होने के कारण जमीन संबंधी विवाद बड़े पैमाने पर सामने आए हैं। बस्तर के ही कोंड़ागांव जिले में आजादी के बाद से 66 साल तक बंदोबस्त का काम नहीं हुआ था, अब...
More »एक करोड़ पेड़ लगानेवाले धरतीपुत्र
तेलंगाना की हजारों मील भूमि को हरा-भरा बना चुके हैं दरिपल्ली रमैया यह कहानी है सच्चे पर्यावरणप्रेमी, 68 वर्षीय दरिपल्ली रमैया की, जो पेड़ों को बचाने के लिए अपनी जेब में बीज और साइकिल पर पौधे रख कर तेलंगाना के खम्मम जिले में रोज मीलों लंबा सफर तय करते हैं. इन्होंने अपना पूरा जीवन एक ही लक्ष्य के पीछे लगा दिया, यह लक्ष्य था - ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना और...
More »एक करोड़ पेड़ लगानेवाले धरतीपुत्र
तेलंगाना की हजारों मील भूमि को हरा-भरा बना चुके हैं दरिपल्ली रमैया यह कहानी है सच्चे पर्यावरणप्रेमी, 68 वर्षीय दरिपल्ली रमैया की, जो पेड़ों को बचाने के लिए अपनी जेब में बीज और साइकिल पर पौधे रख कर तेलंगाना के खम्मम जिले में रोज मीलों लंबा सफर तय करते हैं. इन्होंने अपना पूरा जीवन एक ही लक्ष्य के पीछे लगा दिया, यह लक्ष्य था - ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना और...
More »अच्छे संस्थान की फीस और भूमिका- हरिवंश चतुर्वेदी
मानव संसाधन मंत्रालय ने आईआईटी की फीस अगले सत्र (2016-17) से बढ़ाने का फैसला आखिर ले ही लिया। अभी तक यह फीस 90 हजार रुपये सालाना थी, जो अब दो लाख रुपये कर दी गई है। हालांकि, आईआईटी (मुंबई) के निदेशक देवांग खाखर की उप-समिति ने आईआईटी काउंसिल को इसे तीन लाख रुपये सालाना करने का सुझाव दिया था। दलित, पिछड़़े, विकलांग और गरीब वर्ग के छात्रों के लिए फीस...
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