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74 मॉडल स्कूल खुलेंगे, सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों में

रायपुर। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय विद्यालयों की तर्ज पर 74 माडल स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनमें से सबसे ज्यादा माडल स्कूल राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में खोले जाएंगे। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ के शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़े 74 विकासखण्डों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए केन्द्रीय विद्यालयों की तर्ज पर मॉडल स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन...

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ग्रामीण लाइब्रेरियों में पुस्तकों की नहीं हो रही खरीद

पटना सार्वजनिक पुस्तकालयों में पर्याप्त संख्या में पुस्तकों की खरीद न होने से सूबे में चल रहे साक्षरता अभियान झटका लग सकता है। खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में यह समस्या अधिक जटिल होने वाली है जहां नवसाक्षर लोगों को सतत अध्ययन के प्रति प्रेरित करने के लिए किताबें उपलब्ध नहीं होने से वे फिर निरक्षरता के गर्त में गिर सकते हैं। मानव संसाधन विकास विभाग सूत्रों के अनुसार बजट में लाइब्रेरियों के लिए 80...

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हाले-सितम बयान किए और रो पड़े

सिलीगुड़ी [कार्यालय संवाददाता]। बात उन बच्चों की है, जो चाय बागानों से प्रधान नगर स्थित स्कूलों में लाए जा रहे। कई किलोमीटर का सफर और सवारी ट्रैक्टर से लगी डिब्बानुमा जालीदार ट्राली। यानि कि 'जेलगाड़ी'। इस आलम में मासूम बिलबिला रहे। ट्राली के भीतर न बैठने के लिए सीट है, न पकड़ने के लिए हत्था। एक-दूसरे से धक्के खाते बच्चे भीतर गिरते-पड़ते स्कूल पहुंचते हैं। तब तक उनकी हालत मरियल हो चुकी होती है। जाली...

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घंडी ने मानवाधिकार आयोग में की शिकायत

नई दिल्ली। माओवादी नेता कोबद घंडी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग [एनएचआरसी] को को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि खुफिया एजेंसियां मीडिया में गलत खबरें चलवा कर उनके मूलभूत कानूनी व लोकतांत्रिक अधिकारों पर रोक लगा रही हैं। हाल ही में घंडी को पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर ले जा रही पुलिस ने ट्रेन पर माओवादियों के हमले के डर से यात्रा बीच में ही रोक दी थी। उसे एक मामले में मेदिनीपुर की अदालत...

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मानवीय चेहरा है बिहार पुलिस का!

पटना, जागरण संवाददाता। मनेर [पटना] के भोला राय और मसौढ़ी में सुरेश यादव की मौत-जैसे कुछ मामलों [नवंबर 2009 में मानवाधिकार आयोग ने दोनों मामले में पुलिस पर कार्रवाई की] को अपवाद मान लें तो कार्य की अधिकता और संसाधनों की अल्पता के बावजूद बिहार पुलिस का चेहरा मानवीय मूल्यों के प्रति सराहनीय है। यहां की पुलिस मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों से बचती रही है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के आधार पर नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो...

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