जैसे-जैसे बरसात के मौसम की शुरुआत हो रही है, टमाटर के भाव आसमान छूने लगे हैं. यही वजह है कि महज कुछ दिन पहले जो टमाटर 20 से 25 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वह अब 80 रुपये किलो से भी आगे पहुंच गया है. टमाटर की बढ़ती कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ना शुरू कर दिया है. टमाटर की बढ़ती कीमतों के पीछे सब्जी विक्रेता बारिश को दोषी...
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हत्याओं पर सरकार का रुख-- आकार पटेल
क्या गोरक्षकों द्वारा की जा रही हिंसा, कहने का अर्थ है कि गोमांस के नाम पर भारतीयों की हत्या, भारत की एक समस्या है? अगर ऐसा है, तो इसके हल के लिए क्या किया जा सकता है? वेबसाइट इंडियास्पेंड की रिपोर्ट के अनुसार, गोमांस के नाम पर 97 प्रतिशत हिंसा नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद हुई है. केंद्र और महाराष्ट्र, हरियाणा व अन्य दूसरे भाजपा शासित...
More »सेवानिवृत्ति के बाद--- क्षमा शर्मा
अट्ठावन साल पर रिटायरमेंट क्या हुआ, सलाह देने वालों की बाढ़ आ गई। किसी ने कहा- अब तो आप बेटे के पास जाकर अपने पोते को खिलाइए। फिर पूछा- बहू तो अच्छी है न! मन में कहीं यह सुनने-जाने की जिज्ञासा थी कि बेटे-बहू से बनती है कि नहीं। फिर अगर उम्रदराज औरत हो तो उसका स्टीरियो टाइप भी नहीं बदला है कि उसका एकमात्र काम बुढ़ापे में अपने बच्चों...
More »स्विस बैंकों में घटी भारतीयों की जमा रकम, घटकर हुई 4500 करोड़
ज्यूरिख/नई दिल्ली। कालेधन पर लगातार कार्रवाई का स्विस बैंकों में भारतीयों की जमाओं पर भारी असर पड़ा है। वर्ष 2016 में यह 45 फीसदी घटकर सिर्फ 4500 करोड़ रुपए (67.6 स्विस फ्रैंक) रह गई। पाकिस्तान की जमा में भी गिरावट आई है, फिर भी वह भारत से आगे है। गोपनीयता की दीवार में दरार आने के कारण स्विस बैंकों की कमाई भी घटकर आधी रह गई है। स्विस नेशनल बैंक अथॉरिटी(एसएनबी)...
More »नए कर विधान का मंगलाचरण-- पी. चिदंबरम
कुछ साल पहले हमने गंतव्य आधारित कर-प्रणाली का वादा किया था, और वक्त आ गया है जब वह वादा पूरा होगा, अगर पूर्ण रूप में नहीं, तो भी काफी हद तक। ठीक आधी रात के समय, जब कारोबारियों और उपभोक्ताओं को नींद नहीं आ रही होगी, भारत एक नए कर-विधान का आगाज करेगा। ऐसी घड़ी आती है, जो कि हमारे आर्थिक इतिहास में कभी-कभी ही आती है, जब हम पुराने...
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