नई दिल्ली राज्य ब्यूरो: दिल्ली में काम कर रहे मजदूरों को लाइलाज बीमारी से पीड़ित होने पर बीस हजार रुपये वित्तीय सहायता के रूप में दी जाएगी। इसके अलावा मजदूर के मृत्यु होने पर उनके परिजनों को बीस हजार रुपये मुआवजा के रूप में और पांच हजार रुपये अंतिम संस्कार के लिए दिये जाएंगे। यह जानकारी दिल्ली के उद्योग एव श्रम मंत्री रमाकात गोस्वामी ने दी। उन्होंने कहा कि वैसे तो...
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सदिच्छा का सत्यानाश- इर्शादुल हक
सैकड़ों करोड़ रु की जिस रकम से बिहार के स्कूलों की तस्वीर बदल सकती थी उसका ज्यादातर हिस्सा भ्रष्टाचारियों की जेब में चला गया. इर्शादुल हक की पड़ताल सत्ता के शीर्ष से चले अच्छे इरादों का जमीन तक पहुंचते-पहुंचते किस तरह बंटाधार हो जाता है, इसका उदाहरण है यह घोटाला. इससे यह भी साफ होता है कि योजनाएं कितनी भी अच्छी बन जाएं, जब तक उन्हें अमली जामा पहनाने वाले तंत्र...
More »किसान यूनियन ने रुकवाई जमीन की कुर्की
गांव अकलिया के किसान हरभजन सिंह पुत्र साधु सिंह की जमीन की कुर्की भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की गांव अकलिया इकाई के विरोध के चलते रुक गई है। जानकारी अनुसार अकलिया के किसान हरभजन सिंह की जमीन की कुर्की करने के लिए जिले की अफसरशाही ने रविवार को पहुंचना था। इसका पता चलते ही किसान यूनियन के वर्करों ने जत्थेबंदी के जिला नेता राज सिंह अकलिया की अगुवाई में सुबह...
More »मनरेगा मजदूरों का धरना
मनरेगा मजदूर यूनियन पंजाब की बरनाला इकाई अपनी मांगों के बारे में 14 फरवरी को रोष रैली करके डीसी कार्यालय बरनाला के सामने रोष धरना देगी। यह जानकारी यूनियन के जिला महा सचिव सोदागर सिंह उप्पली व उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह गुरम ने दी है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन बढ़ रही महंगाई के चलते मनरेगा मजदूरों का चूल्हा ठंडा हो रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ...
More »विकास की बंद गली- भारत डोगरा
जनसत्ता 2 फरवरी, 2012 : हाल के वैश्विक संकट ने विश्व-स्तर पर लोगों को नए सिरे से आर्थिक नीतियों के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया है। अब आम लोग और विशेषज्ञ दोनों निजीकरण, बाजारीकरण और भूमंडलीकरण पर आधारित मॉडल की प्रासंगिकता पर सवाल उठा रहे हैं। आम लोगों की बेचैनी की अभिव्यक्ति सबसे प्रबल रूप में आक्युपाइ द वॉल स्ट्रीट आंदोलन के रूप में हुई है। दूसरी ओर, इस बार...
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