भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे की मुहिम के बाद सरकार लोकपाल बिल का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति के गठन और इसे मानसून सत्र में सदन में पेश करने के लिए शनिवार को राजी हो गई। इससे सरकारी तंत्र में शीर्ष स्तर पर फैले भ्रष्टाचार पर नकेल कसने में मदद मिल सकती है, लेकिन यह तो शुरुआत है। इस बिल के कानून बनने का सफर काफी लंबा हो सकता...
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गांधी जिंदा होते तो भ्रष्टाचार से धन कमाते या राजनीति छोड़ देते: कुमारस्वामी
नई दिल्ली. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी का कहना है कि मौजूदा हालात में यदि महात्मा गांधी होते तो वह भी भ्रष्टाचार के भंवरजाल से निकलने का रास्ता नहीं ढूंढ पाते। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक पार्टी को चलाने के लिए काफी धन की जरूरत होती है। भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलने का यही मुख्य वजह है। बेंगलुरु से करीब 370 किलोमीटर दूर हुबली में जनता दल ( सेक्युलर ) के नेता कुमारस्वामी...
More »लोकपाल विधेयक- - आर-पार की लड़ाई
बीते महीने शिलांग में हुए सूचना के अधिकार के राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि आरटीआई का कानून शासन में पारदर्शिता,जवाबदेही और जनता की भागीदारी की एक नई राह खोल रहा है। और अब ,नागरिक संगठनों द्वारा सरकारी लोकपाल बिल के विकल्प के रुप में जो मसौदा तैयार किया गया है उससे इस बात पर मुहर लग गई है। भ्रष्टाचार निरोधी जन लोकपाल बिल के नाम से...
More »सरकार हिली देश हिला...इंटरनेट पर अन्ना का 'जलजला'
विश्वकप में ऐतिहासिक जीत कर देश जिस अंदाज में एकजुट होकर सड़कों पर जश्न मनाने उतरा था ठीक उसी अंदाज में तीन दिन बाद यानी 5 अप्रैल को देश फिर से एक हुआ लेकिन इस बार जश्न मनाने नहीं बल्कि भ्रष्टाचार को मिटाने। जनलोकपाल बिल को लागू कराने के लिए अन्ना हजारे ने पांच अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन शुरु किया और देशभर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जनआंदोलन खड़ा हो...
More »सेना में ड्राइवर के तौर पर भर्ती हुए थे अन्ना
नई दिल्ली. भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सख्त लोकपाल विधेयक बनाने और उसमें जनता की हिस्सेदारी की मांग को लेकर अनशन पर बैठे अन्ना हजारे देश के भीतर ईमानदारी और इंसाफ की लड़ाई लड़ने से पहले सीमा पर देश के दुश्मनों के भी दांत खट्टे कर चुके हैं। 1962 में चीन से युद्ध के बाद भारत सरकार की युवाओं से सेना में शामिल होने की अपील के बाद वे अन्ना सेना में...
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