भारत में ऐसे तीन बड़े इलाके हैं, जहां लंबे समय से हिंसक संघर्ष चलता आ रहा है. पहला, जम्मू-कश्मीर है, दूसरा मध्य भारत का आदिवासी क्षेत्र है जो झारखंड, ओड़िशा व छत्तीसगढ़ से जुड़ा हुआ है, और तीसरा हिस्सा पूर्वोत्तर भारत का जनजातीय इलाका है. इन संघर्षों की जमीनी हकीकत को समझने के लिए इसकी प्रकृति से संबंधित कुछ अहम तथ्यों को जानना जरूरी है. उत्तर में जम्मू-कश्मीर की समस्या...
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बस्तर बटालियन में शामिल होंगे एक हजार जवान
जगदलपुर। नक्सल मोर्चे पर तैनात देश के सबसे बड़े अर्धसैन्य बल सीआरपीएफ में स्थानीय युवाओं की भर्ती व बस्तर में उनकी तैनाती के ब्लू प्रिंट को आखिरकार केंद्रीय गृह विभाग ने मंजूरी दे दी है। दो साल पूर्व बने योजना के तहत स्थानीय युवाओं को शामिल कर पृथक लोकल बटालियन का गठन किया जाएगा। भर्ती प्रक्रिया में आदिवासियों को रियायत भी दी जाएगी। नक्सल विरोधी अभियान के तहत सीआरपीएफ व कोबरा...
More »सीताफल के पल्प से मिठाई, छिलके से खाद और बीज से बनेगा शैंपू
धार। ब्यूरो। कृषि विज्ञान केंद्र आदिवासी अंचल के लोगों को सीताफल के उत्पादन के मामले में उद्योग से जोड़ने की कोशिश में है। सीताफल का जब अधिक उत्पादन होता है तो वह औने-पौने दाम में बिक जाता है। ऐसे में अब शहरों में आईसक्रीम, सीताफल शेक और कई मिठाइयों के लिए उसका पल्प तैयार करने की इकाई स्थापित करवाई जाएगी। इतना ही नहीं सीताफल के छिलके को खाद के तौर पर...
More »नक्सल पीड़ित आदिवासियों के 27 बच्चे चुने गए आईआईटी में
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 27 बच्चों का चयन आईआईटी में हुआ है। ये बच्चे प्रयास आवासीय विद्यालय के हैं। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सीएम हाउस में प्रयास विद्यालयों से चयनित इन बच्चों और उनके परिजनों को सम्मानित किया। सम्मान समारोह में सुकमा के सोढ़ी देवा की मां भावुक होकर मुख्यमंत्री के गले लिपट गई। मुख्यमंत्री ने उनको ढांढस बंधाया और कहा कि नक्सल पीड़ित क्षेत्र के...
More »काजू की खेती ने बदल दी इस गांव की तस्वीर
दिलीप गुप्ता, शाहपुर। आम लोगों की पहुंच से दूर रहने वाला काजू यदि आदिवासी किसानों के घरों में बोरियों में रखा मिले तो चौंकना लाजिमी है। लेकिन यह हकीकत है और बैतूल जिले के शाहपुर ब्लाक में आने वाले ग्राम अड़माढाना के लगभग हर घर में एक- दो नहीं क्विंटलों से काजू भरा पड़ा है। ड्राय फूड्स में सबसे मंहगा मिलने वाला काजू छोटे से गांव के हर घर में बाड़ी...
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