दाल, चीनी, तेल, सब्जियों के बाद अब नमक भी महंगा होने वाला है। गुजरात में नमक के मैदानों के लीज का किराया 100 फीसदी तक बढ़ने की वजह से इसकी कीमतों का बढ़ना तय है। हालांकि, कंपनियां ...
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न आंगन और न बाड़ी, नाम आंगनबाड़ी
सासाराम न आंगन और न बाड़ी, फिर भी नाम है आंगनबाड़ी। यह स्थिति है जिले के एक हजार से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों की। बच्चों को न बैठने की जगह है और न बिछाने का दरी। फिर भी लाखों रुपये प्रतिमाह आंगनबाड़ी केन्द्रों पर खर्च हो रहे हैं। बच्चों को कुपोषण से बचाने व शिक्षा से जोड़ने के लिए आईपीडीएस द्वारा चलाए जा रहे आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 40 बच्चों को शिक्षा देने की व्यवस्था निर्धारित है।...
More »लोकतंत्र पर भारी पड़ी भूख की लड़ाई
दाउदनगर (औरंगाबाद) झारखंड के मजदूरों को राजनीति से कोई मतलब नहीं रह गया है। यहां जिनोरिया में कृषि कार्य करने पलामू और गढ़वा जिला से दर्जनों मजदूर आए है। उन्हे इससे भी कोई मतलब नहीं है कि झारखंड की राजनीति क्या हो रहा है। उन्हें बस अपने पेट की चिंता है। छतरपुर के रामपति भुईयां कहते है कि घर दुआर हइए नहीं है, खपरैल है, जैसे तैसे रहते है। चुआड़ी बनाकर बरसात का पानी पीते...
More »15 जनवरी से ठप होगी मिलों की आपूर्ति
धामपुर (बिजनौर)। सहकारी गन्ना समिति संचालक मंडल बोर्ड की बैठक में गन्ना मूल्य बढ़ाकर 250 रुपये कुंतल न किए जाने तथा पिछले दो सालों का अवशेष भुगतान न कराने पर आगामी 15 जनवरी से क्षेत्र की तीनों मिलों की गन्ना आपूर्ति ठप कर देने का प्रस्ताव पारित किया गया। पिछले दस माह से बोर्ड की बैठक बुलाकर आय-व्यय का अनुमोदन न लिए जाने पर भी संचालकों ने आपत्ति जताई और इसकी वैधानिकता की जांच के...
More »पराली भरे वाहनों ने मुश्किल किया चलना
हिसार. राजस्थान में सूखे के कारण पशु चारे की कमी को पूरा करने के लिए इन दिनों ट्रैक्टर ट्रालियों व अन्य चौपहिया वाहनों में धान की पराली भरकर राजस्थान ले जाया जा रहा है। इस दौरान यातायात नियमों की अनदेखी के कारण पराली वाले वाहनों के अलावा अन्य वाहन चालकों व यात्रियों का सफर भी खतरे से खाली नहीं है। इस साल मानसून की बारिश कम होने के कारण प्रदेश...
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