नई दिल्ली। तकरीबन महीने भर की देरी के बाद मानसून ने मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में राहत की बारिश शुरू कर दी है। संभावना है कि आने वाले 3-4 दिनों में देश के बाकी हिस्सों में मानसून दस्तक दे सकता है। इसके साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रशांत महासागर में उठने वाला तूफान 'रामसून' आने वाले दिनों में मानसून में नई जान फूंक...
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जल सहिया की सक्रियता से स्वच्छ बना बेड़ो का गडरी गांव
आज गडरी का हर ग्रामीण शौचालय निर्माण के बहाने स्वच्छता को अपने जीवन में उतारने की शत-प्रतिशत आदत विकसित कर रहा है. रांची जिले की बेड़ो प्रखंड कार्यालय से सटी है नेहालू कपाड़िया पंचायत. रांची जिला मुख्यालय से 50 किमी की दूरी पर यह जगह स्थित है. बेड़ो प्रखंड कार्यालय से 10 किमी आगे बढ़ने पर लापुंग जाने को एक सड़क बायीं ओर मुड़ती है. मोड़ पर ही एक बोर्ड...
More »तरक्की का चमत्कार हिबड़े बाजार
कुशल प्रशासन और चुस्त प्रबंधन की वजह से महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के हिबड़े बाजार गांव की आज पूरे देश में चर्चा है. कैसे एक युवा सरपंच के नेतृत्व में एकजुट हिबड़े बाजार के लोगों ने गरीबी से न केवल मुक्ति पा ली, बल्कि आज पूरा गांव आत्मनिर्भर है. ‘राहें और भी हैं' की इस सीरीज में आज पढ़ें गवर्नेस के सफल मॉडल बन चुके हिबड़े बाजार की तरक्की की...
More »बिलासपुर के साढ़े चार लाख गरीबों को नसीब नहीं होगा गेहूं
बिलासपुर (निप्र)। बिलासपुर जिले के तकरीबन साढ़े चार लाख बीपीएल राशन कार्डधारक गरीबों को इस महीने गेहूं नहीं मिलेगा। इसके बदले 10 किलो उसना चावल दिया जाएगा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने फरमान जारी करने के साथ ही इस महीने का कोटा भी जारी कर दिया है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत बीपीएल राशन कार्डधारकों को प्रति महीने 35 किलोग्राम खाद्यान्न का आवंटन किया जाता है। इसे चावल व गेहूं...
More »दामोदर की जीवन रेखा को चाहिए जीवन दान- उमा(धनबाद)
-आजाद भारत की प्रथम बहु-उद्देशीय नदी परियोजना दामोदर घाटी निगम पर संकट के बादल- बाढ़ जैसी भीषण प्राकृतिक आपदा को नियंत्रित करते हुए जीवन को रोशन करने के मकसद से 66 साल पहले 7 जुलाई, 1948 को अस्तित्व में आयी आजाद भारत की प्रथम बहु-उद्देशीय नदी परियोजना दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) की जीवन रेखा आज जीवन दान के लिए तरस रही है. 27 मार्च, 1948 को डीवीसी का गठन भारत के संसद...
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