जनसत्ता 9 नवंबर, 2013 : देश के जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं उनमें से चार राज्य ऐसे हैं जिनमें आदिवासियों की खासी आबादी निवास करती है, यह बात हम राहुल बनाम मोदी की बहस में भूल जा रहे हैं। संयोग से ये चुनाव ऐसे अवसर पर हो रहे हैं जब आदिवासियों के विकास और उनके बारे में सरकार की नई नीति को लेकर बहस उठ...
More »SEARCH RESULT
आंध्र में बारिश: मृतकों की संख्या 42 हुई, 84,000 से अधिक लोग विस्थापित
हैदराबाद: आंध्र प्रदेश में पिछले पांच दिनों से जारी भारी बारिश के कारण दीवार ढहने जैसी वर्षा जनित विभिन्न आपदाओं में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब आठ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल डूब गयी है. आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि उत्तर पूर्वी मानसून और निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण हुई भारी बारिश और बाढ़ में पांच लोग लापता भी हो गए हैं.उन्होंने बताया कि 84,769...
More »नया भूमि अधिग्रहण कानून ज्यादा कारगर
कोलकाता : नया भूमि अधिग्रहण कानून किसानों व आदिवासियों की चिंताओं को दूर करने में ज्यादा प्रभावी होगा. भूमि अधिग्रहण कानून 1984 की तुलना में नये कानून में पुनर्वास के लिए एक नया उपबंध भी शामिल किया गया है. कानून के तहत यह सुनिश्चित है कि किसानों की जमीन जबरन नहीं ली जायेगी. ये बातें केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने मंगलवार को कहीं. वह महानगर स्थित प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय...
More »ऊपजाऊ भूमि के किसानों को मजदूर बना रही है बांध परियोजना- भारत डोगरा
1 सितंबर से आरंभ हुए इंदिरा सागर बांध विस्थापितों के जल सत्याग्रह ने एक बार फिर इस विशालकाय बांध परियोजना और नर्मदा नदी पर बने अन्य बांधों के विस्थापितों से हुए अन्याय पर ध्यान केंद्रित किया है। इंदिरा सागर परियोजना में विस्थापन की समस्या विशेष तौर पर बहुत बड़े पैमाने की है। जैसा कि जल सत्याग्रह के वरिष्ठ कार्यकर्ता आलोक अग्रवाल बताते हैं, भारत के सबसे बड़े व एशिया के...
More »बिहार बाढ़:400 घर कोसी में समाये
सुपौल/सहरसा/छपरा:सदर प्रखंड के बलवा व फकीरना गांवों के लगभग चार सौ घर कोसी नदी में विलीन हो गये हैं. कोसी से मंगलवार को ढाई लाख क्सूसेक पानी छोड़ा गया. इससे बुधवार को जल स्तर में तेजी से कमी आयी. जल स्तर घटने से हुए कटाव के कारण बलवा व फकीरना गांवों के तीन सौ से अधिक परिवारों के चार सौ घर पूरी तरह कोसी में विलीन हो गये हैं. इससे बेघर...
More »