SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 174

पानी पर मनमानी- शिरीष खरे(तहलका)

राजस्थान के कई शहरों में लोगों को 24 घंटे पानी देने की तैयारी की जा रही है. मगर कहने में अच्छी लगने वाली यह योजना कार्यान्वयन के स्तर पर खामियों से भरी है. शिरीष खरे की रिपोर्ट   खबर 24X7. बैंकिंग 24X7. पिज्जा 24X7. और अब इसी तर्ज पर राजस्थान के कई शहरों में 24 घंटे और सातों दिन पानी पिलाने का दावा किया जा रहा है. यह दावा राज्य सरकार...

More »

वित्तमंत्री की नींद क्यों उड़ी है- आनंद प्रधान

जनसत्ता 15 फरवरी, 2012 : वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की नींद उड़ गई है। उनका कहना है कि जब भी वे सब्सिडी के बढ़ते बोझ के बारे में सोचते हैं, उनकी रातों की नींद उड़ जाती है। असल में, वित्तमंत्री ने चालू वित्तीय वर्ष के बजट में विभिन्न मदों (खासकर खाद्य, उर्वरक और पेट्रोलियम) में कुल 1.43 लाख करोड़ रुपए की सब्सिडी का अनुमान लगाया था, लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक, इसमें लगभग एक लाख...

More »

ममता ने प्रधानमंत्री से उर्वरक पर सब्सिडी बढ़ाने, कृषि कर्ज माफ करने का आग्रह किया

कोलकाता, 9 फरवरी (एजेंसी) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर उर्वरक पर सब्सिडी बढ़ाने और राज्य के किसानों का कर्ज माफ करने का आग्रह किया। ममता ने संवाददताओं को बताया, ‘‘मैं लंबे वक्त से प्रधानमंत्री को ऐसे पत्र लिखती रही हूं। मैंने फिर उन्हें पत्र लिखा है।’’ उन्होंने कहा कि पूर्व की वाम मोर्चा सरकार के वक्त से ही ऐसी मांग की जा रही...

More »

काजू वृक्षारोपण में झारखंड टॉप टेन में

रांची : झारखंड काजू के वृक्षारोपण में देश में टॉप टेन में पहुंच गया है. पहले राज्य का कहीं कोई स्थान नहीं था. राज्य गठन के बाद करीब 13 हजार हेक्टेयर में काजू की खेती करायी जा रही है. तीन साल के अंदर इससे तैयार काजू भी निकलने लगेगा. इससे आज करीब सात हजार किसान जुड़े हुए हैं. सभी किसान अपनी वर्षो से परती पड़ी जमीन पर खेती कर रहे हैं....

More »

कृषि उत्पादन नहीं, मूल्य बढ़ायें- भरत झुनझुनवाला

अर्थव्यवस्था में तीव्र विकास के बावजूद कृषि और किसानों की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है. पिछले साठ वर्षो में प्रत्येक सरकार ने कृषि में सुधार का संकल्प लिया है, किंतु स्थिति बिगड़ती गयी है, जैसा कि आत्महत्या की बढ़ती संख्या से अनुमान लगता है. मूल कारण यह है कि सरकार का ध्यान कृषि उत्पादन में वृद्धि की ओर ज्यादा रहा है, मूल्यों में वृद्धि की ओर कम. मान्यता है कि...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close