आगरा. आगरा और मथुरा के घरों में आ रहे पेयजल का 74 फीसदी हिस्सा सीवर है। इसे साफ कर ‘जहरीला’ पेयजल के रूप में परोसा जा रहा है। सिंचाई विभाग के रिकॉर्ड से चौंकाने वाली बात सामने आई है। रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले सप्ताह यमुना में दिल्ली चला 101 क्यूसेक पानी मथुरा के...
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अब रामदेव की किसान रैली पर निगाहें
सुरेंद्र सिंघल देवबंद / सहारनपुर, 18 अक्तूबर। बाबा रामदेव की 28 अक्तूबर को देवबंद के देवीकुंड मैदान पर होने वाली किसान रैली की तैयारियां यहां जोर-शोर के साथ शुरू हो गई हैं। रैली के संयोजक भगत सिंह वर्मा इलाके का सघन दौरा कर किसानों से रैली में पहुंचने की अपील कर रहे हैं। दस अक्तूबर की भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की सफल रैली के बाद अब लोगों की निगाह उसी मैदान...
More »हमारे लोकतंत्र का संकट- शिवदयाल
जनसत्ता 16 अक्टुबर, 2012: दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, सवा अरब लोगों का। छह-सात प्रतिशत की दर से बढ़ती अर्थव्यवस्था। पर इसकी अधिकांश आबादी को अब तक ‘ट्रिकल डाउन’ यानी अमीरों के उपभोग से रिस कर मिलने वाले लाभ का ही आसरा है। छीजते जाते संसाधन, बिगड़ता जाता पर्यावरण, जलावतनी और विस्थापन, एक-दूसरे को काटती और खारिज करती पहचानें, लगभग एक-तिहाई से भी अधिक भूभाग सैन्यबलों के भरोसे, और इतने पर भी धन...
More »लगातार वर्षा से बिहार में बाढ़ का खतरा, सरकार ने जारी किया अलर्ट
पटना। लगातार हो रही बारिश और नेपाल के तराई क्षेत्र से छोड़ जाने वाले पानी की वजह से राज्य में बाढ़ का संकट गहरा गया है। सारी नदियां खतरे के निशान को छूने लगी हैं। सोन, बागमती, कोसी, गंडक, घाघरा, महानंदा और गंगा नदी का लगातार बढ़ता जलस्तर को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग ने अपने सभी अभियंताओं और पदाधिकारियों को मुस्तैदी बरतने और...
More »गंगा के गुनहगार- स्वामी आनंदस्वरुप
जनसत्ता 12 जुलाई, 2012: गंगा का नाम लेने मात्र से पवित्रता का बोध होता है। यह देश की एकता और अखंडता का माध्यम और भारत की जीवन रेखा के अतिरिक्त और बहुत कुछ है। गंगा जीवनदायिनी और मोक्षदायिनी दोनों है। आज भी लगभग तीस करोड़ लोगों की जीविका का माध्यम है। मगर पिछली डेढ़ सदी से गंगा पर हमले पर हमले किए जा रहे हैं और हमें जरा भी अपराध-बोध नहीं...
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