मोंगाबे हिंदी, 20 जुलाई फरवरी के अंत में, भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान (IIWBR), गेहूं के लिए एक प्रमुख वैज्ञानिक संस्थान, ने भारत में किसानों को तापमान में अचानक वृद्धि के मामले में गेहूं की फसलों पर पोटेशियम क्लोराइड का छिड़काव करने की सलाह देते हुए एक सलाह जारी की। यह देश के कुछ गेहूं उगाने वाले क्षेत्रों में सामान्य से 10 डिग्री अधिक तापमान के कारण होने वाली गर्मी...
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दिल्ली की बाढ़ एक मानव जनित त्रासदी
डाउन टू अर्थ, 18 जुलाई यह जान लेना आवश्यक है कि नदी पानी के लिए एक पाइप लाइन नहीं है। ना ही रेत बोल्डर जैसे निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने की जगह है। और ना ही बोतलबंद पानी का स्रोत मात्र है। नदी एक जीवित प्रणाली है एवं इसके साथ उचित व्यवहार एवं आदर की आवश्यकता है। नदी के अलग-अलग व्यवहारिक क्षेत्र होते हैं- नदी चैनल- जो निरंतर बहाव में रहता है। तटवर्ती...
More »खरीफ सीजन 2023: 16 फीसदी जिलों में सूखे जैसे हालात, 20 लाख हेक्टेयर में नहीं हुई बुआई
डाउन टू अर्थ, 17 जुलाई देश में एक ओर बाढ़ तो दूसरी ओर सूखे जैसे हालात हैं। कई राज्यों में भारी बारिश से बाढ़ आने के बावजूद देश के लगभग 38 प्रतिशत जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। इनमें से 16 फीसदी जिलों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। यही वजह है कि इस साल अब तक पिछले साल के मुकाबले 20 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की...
More »FCI को नहीं मिल रहे चावल के खरीदार, 7.51 लाख टन पेशकश के मुकाबले हुई सिर्फ 460 टन की खरीद!
गाँव सवेरा, 17 जुलाई खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत एक तरफ केंद्र सरकार ने राज्यों को बोली लगाने से प्रतिबंधित कर दिया है, दूसरी तरफ भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा की जा रही गेहूं और चावल की ई-नीलामी में चावल के खरीदार नहीं मिल रहे हैं. एफसीआई द्वारा की गई चावल की दो नीलामी में सिर्फ 460 टन चावल की बिक्री हुई है, जबकि कुल पेशकश 7.51 लाख टन...
More »आदिवासी क्यों कर रहे हैं समान नागरिक संहिता का विरोध ?
"यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। आप मुझे बताइये, एक घर में, परिवार के एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे सदस्य के लिए दूसरा कानून हो, तो क्या वो घर चल पाएगा? कभी भी चल पाएगा? समर्थकों की ओर से जवाब आता है नहीं। फिर ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा। हमें याद रखना है कि भारत के...
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