SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 374

घर में शौचालय नहीं, दो पंच प्रत्याशियों का नामांकन रद्द

धमतरी(ब्यूरो)। घर में शौचालय नहीं होना ग्राम पंचायत पंच का चुनाव लड़ रहे दो प्रत्याशियों को भारी पड़ गया। शौचालय नहीं होने से स्क्रूटनी में उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है। ग्राम सोरम के एक वार्ड से पंच पद के लिए तीन लोगों ने नामांकन भरा था। जिनमें से दो का नामांकन रद्द हो गया, अब तीसरा व्यक्ति निर्विरोध पंच निर्वाचित हो जाएगा। इस तरह शौचालय ने यहां के...

More »

झूठ का एहतराम, सच रामराम-- अनिल रघुराज

धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः, मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय. धृतराष्ट्र ने पूछा और संजय सारा कुछ बताते गये कि महाभारत के धर्मयुद्ध में क्या-क्या धर्म-अधर्म हुआ. श्रीकृष्ण तक के छल और युधिष्ठिर तक के अर्धसत्य का वर्णन उन्होंने किया. फिर भी पांडव अंततः जीत गये.  लेकिन बाजार की कोई कितनी भी आलोचना कर ले, वहां झूठ का तिलिस्म ज्यादा नहीं चलता. याद करें, करीब सात साल पहले जब 7 जनवरी, 2009...

More »

देश में शौचालय बहुत, मगर इस्‍तेमाल करने के लिए पानी नहीं

केन्‍द्र सरकार ने स्‍वच्‍छ भारत अभियान के तहत देश भर में अक्‍टूबर 2014 से 9,093 करोड़ रुपए खर्च कर एक करोड़ 80 लाख्‍ा शौचालय बनवाए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभियान को प्राथमिकता के तहत चलाने को कहा था, लेकिन नेशनल सैम्‍पल सर्वे ऑर्गनाइजेशन के आंकड़ों (NSSO) ने अभियान की सफलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्‍वच्‍छ भारत अभियान शुरू होने के बाद से शौचालयों का कितना उपयोग बढ़ा है,...

More »

इंदिरा आवास बंद, प्रदेश में चलेगी प्रधानमंत्री आवास योजना

भोपाल (ब्यूरो)। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर आवास योजना अब प्रदेश में नहीं चलेगी। इसकी जगह प्रधानमंत्री आवास योजना लागू होगी। इसमें मनरेगा से भी करीब 15 हजार रुपए दिए जाएंगे। हितग्राहियों को अब मकान बनाने 1 लाख 20 हजार रुपए मिलेंगे।     हालांकि, नई योजना को लेकर सरकार को अभी केंद्र सरकार की गाइड लाइन नहीं मिली है। नई योजना वित्तीय वर्ष 2016-17 से लागू हुई है। प्रदेश में...

More »

सुलगता सवाल : क्या मॉनसून की बारिश सूखे की भरपायी कर पायेगी ? सूखते जलागार, घटता जलस्तर, पेयजल और सिंचाई के संकट पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ, नये शोध और आधिकारिक दस्तावेज...जानने के लिए यहां क्लिक करें.

लगातार दो सालों (2014-15 और 2015-16) में सामान्य से क्रमशः 12 और 14 फीसदी कम बारिश के कारण सूखे की मार झेल चुका देश इस साल मानसून से पहले भयावह गर्मी की चपेट में है. चैत के दिन जेठ के दुपहरिया की तरह तपे और देश के कई इलाकों में अप्रैल महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 46 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जो कि सामान्य से...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close