ओड़िशा के जाजपुर जिले के एक छोटे-से आदिवासी बहुल गांव में इस साल मार्च से जून के बीच कुपोषण से बारह बच्चों की मौत हो गई। पौने तीन सौ की आबादी वाले इस गांव में पांच से बारह साल के तिरासी बच्चों में एक तिहाई से ज्यादा का कुपोषित होना एक बड़े खतरे की तरफ संकेत करता है। यह तस्वीर का सिर्फ एक पहलू है। असल स्थिति क्या है, इसका...
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MP के संजय पाठक देश के पांचवें सबसे अमीर मंत्री, कर्जदारों में नंबर 2
हरेकृष्ण दुबोलिया, भोपाल। प्रदेश सरकार में सूक्ष्म एवं लघु उद्योग राज्यमंत्री संजय पाठक देश के अमीर मंत्रियों की फेहरिस्त में पांचवें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 141 करोड़ रुपए से अधिक (1 अरब, 41 करोड़, 51 लाख, 97 हजार 527 रुपए) है। इसमें 83 करोड़ चल और 58 करोड़ की अचल संपत्ति है। चौंकाने वाली बात ये भी है कि वे देश के दूसरे सबसे बड़े कर्जदार मंत्री भी...
More »फाइलेरिया की टेबलेट खाने से 3 सौ से अधिक बच्चे बीमार
बिलासपुर/पथरिया, नईदुनिया न्यूज। मुंगेली जिले के पथरिया ब्लाक में बुधवार को फाइलेरिया की टेबलेट खाने के बाद 300 से अधिक बच्चों को उल्टी, पेट में दर्द और चक्कर की शिकायत हुई। इसके बाद परिजन बच्चों को लेकर आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। गंभीर रूप से पीड़ित एक किशोरी को उपचार के लिए सिम्स रिफर कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी...
More »विश्व आदिवासी दिवस : कहां खड़े हैं आदिवासी
अनुज कुमार सिन्हा : एक आदिवासी (सही शब्द जनजातीय) बहुल राज्य रहा है. विश्व अादिवासी दिवस (नौ अगस्त) के माैके पर यह चिंतन का वक्त है कि आदिवासी समाज कहां खड़ा है, देश आैर झारखंड में उनकी वास्तविक स्थिति क्या है. जल, जंगल और जमीन आरंभ से आदिवासी जीवन से जुड़ा रहा है. समय के साथ-साथ बदलाव हुए हैं आैर यह समाज भी बदला है. अंगरेजाें के खिलाफ...
More »फसल का नहीं खेती का बीमा हो!-- बिभाष
खेती की जब बात आती है, तो सभी आकाश की ओर ताकते हैं. अगर माॅनसून का समय और उसकी मात्रा उचित या पर्याप्त नहीं है, तो राजनीति की गति और दिशा दोनों बदल जाती है. बजट से लेकर बाजार तक सब आकाश ही निहारते हैं. कृषि में जोखिम प्रबंध बहुत ही कमजोर है. हरित क्रांति का चाहे जिस तरह से विश्लेषण या आलोचना करें, लेकिन उसने हमारी कृषि को तात्कालिक...
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