पटना : राज्य के सरकारी अस्पतालों में अब ड्रेसर नहीं रह गये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में कुल 1922 पद ड्रेसरों के स्वीकृत कर रखे हैं. स्वीकृत बल की तुलना में अभी महज 326 ड्रेसर विभिन्न अस्पतालों में सेवा दे रहे हैं. स्वीकृत संख्या के अनुसार वर्तमान में कुल 1596 ड्रेसर के पद रिक्त हैं. 1991 के बाद ड्रेसरों के नियमित बहाली ही नहीं हुई हैं. राजकीय...
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छोटे व मझोले किसान अभी भी बैंक कर्ज को मोहताज
हरिकिशन शर्मा, नई दिल्ली। कृषि कर्ज का आंकड़ा भले ही साढ़े आठ लाख करोड़ के लक्ष्य को पार कर गया हो लेकिन बड़ी संख्या में छोटे और मझोले किसान अब भी बैंक से ऋण पाने को मोहताज हैं। छोटे व मझोले किसानों की आबादी वैसे तो कुल किसानों की संख्या में 85 प्रतिशत है लेकिन कर्ज में इनकी हिस्सेदारी मात्र छह प्रतिशत है। इनमें से से बहुत से किसान अब...
More »सर्वे रिपोर्ट में खुलासा- कैब चालक और गार्ड जैसे रोजगारों में बढ़ रही महिलाओं की दिलचस्पी
महानगरों में बड़ी संख्या में महिलाएं अब कैब चालक, सिक्योरिटी गार्ड और डिलीवरी एग्जीक्यूटिव जैसे गैर परंपरागत रोजगारों के लिए आवेदन कर रही हैं और इसका कारण आकर्षक वेतन तथा मांग और आपूर्ति में अंतर है। यह दावा एक सर्वे की रिपोर्ट में किया गया है। बाबाजॉब के सह संस्थापक और सीईओ वीर कश्यप ने बताया ‘बात चाहे उपभोक्ताओं की हो या रोजगार के इच्छुक लोगों की.... गैर परंपरागत रोजगार...
More »डाकघर बैंकिंग की मुश्किलें-- सतीश सिंह
रिजर्व बैंक ने भारतीय डाक को भारतीय पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) या भुगतान बैंक का लाइसेंस दे दिया है। केंद्र सरकार ने भी आइपीपीबी शुरू करने की मंजूरी दे दी है। वर्ष 2017 के मार्च में यह बैंक खुल जाएगा और सितंबर, 2017 से काम करना शुरू कर देगा। अभी आइपीपीबी को साढ़े छह सौ शाखाएं खोलने की इजाजत मिली है। इसके लिए साढ़े तीन हजार नए कर्मचारियों की भर्ती...
More »जल, जंगल और जिम्मेदारी-- शशि शेखर
आज विश्व पर्यावरण दिवस है और अपनी बात बचपन में सुनी हुई एक लोक कथा से शुरू करना चाहता हूं। कहानी कुछ यूं है- गांव के छोर पर एक पेड़ था। विशाल हरा-भरा। बच्चे उसके चारों ओर दौड़ते। तरह-तरह के खेल खेलते। कोई उसके तने के पीछे छिप जाता। कोई उसकी शाखाओं पर चढ़ने की कोशिश करता। पेड़ मगन था। बच्चों की हंसी उसे गुदगुदाती। वह हवाओं में झूम-झूमकर नाचता।...
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