नई दिल्ली/मुंबई/हरिद्वार.लगातार दो साल तक कई राज्यों में सूखे के बाद अच्छी खबर आई है। वेदर फोरकास्ट करने वाली एजेंसी स्कायमेट का दावा है कि इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। वहीं, केंद्र सरकार ने भी पिछली बार से ज्यादा बारिश की पॉसिबिलिटी जताई है। सोमवार को सामने आए दोनों के दावों के पीछे वजह है - सूखे का कारण माने जाने वाले अल नीनो फैक्टर खत्म होना। हो...
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विश्व जल दिवस : पांच साल में बचाया पांच करोड़ लीटर पानी
दुनियाभर के विद्वानों का मानना है कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमने टाउनशिप की प्लानिंग ही इस तरह की, जिससे रोजाना कम से कम 30 से 40 फीसदी पानी बचाया जा सके। काफी रिसर्च करना पड़ी। अहमदाबाद से लाखों का प्लांट अरेंज किया। तमाम उपायों से हम करीब पांच साल में हम पांच करोड़ लीटर से ज्यादा पानी बचाने में...
More »चेन्नई बाढ़ : एक मानव निर्मित त्रासदी
चेन्नई की बाढ़ जलवायु परिवर्तन के गंभीर परिणामों का एक भयावह उदाहरण तो है ही, इससे हुई तबाही ने मानव समाज की खतरनाक गलतियों के नतीजों को भी रेखांकित किया है. हाल के वर्षों में उत्तराखंड, कश्मीर समेत देश के विभिन्न इलाकों में बाढ़ की त्रासदी का कहर लगातार बढ़ा है. तेज शहरीकरण और विकास की आपाधापी में सरकार और समाज प्राकृतिक तंत्रों को बेतहाशा बरबाद कर रहे हैं. नदियां...
More »कितना कारगर होगा नगा समझौता- दिनकर कुमार
नगा विद्रोही संगठन नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल आॅफ नगालिम (एनएससीएन) के इसाक-मुइवा गुट के साथ शांति प्रक्रिया आखिरकार अंतिम चरण में पहुंच गई है और उम्मीद की जा रही है कि कुछ ही महीने में समझौते के सारे प्रावधानों को सार्वजानिक तौर पर उजागर कर दिया जाएगा। नगा शांति प्रक्रिया की तरह पूर्वोत्तर के किसी उग्रवादी संगठन के साथ बातचीत की इतनी लंबी प्रक्रिया नहीं चली, न ही इतने सारे विवाद और...
More »कूड़े से बनी बिजली रोशन कर रही 40 हजार घर
ओखला स्थित देश का एकमात्र वेस्ट टू एनर्जी संयंत्र हर दिन 2000 मीट्रिक टन कचरे का इस्तेमाल करके तीन लाख 84 हजार यूनिट से ज्यादा बिजली पैदा करता है। औसतन एक घर में रोजाना 10 से 12 यूनिट बिजली खपत होती है। यह बिजली 40 हजार घरों को रोशन कर रही है। अगर पूरी दिल्ली से उठने वाले 9500 मीट्रिक टन कचरे से बिजली बना दी जाए तो करीब...
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