-सत्याग्रह, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के कांट कस्बे में एक खेत में दस से पंद्रह गायें अचानक घुसती हैं. इस खेत से करीब 400 मीटर दूर खड़े अखिल कश्यप तुरंत फोन निकालकर किसी को इसकी सूचना देते हैं. पांच मिनट के अंदर एक सज्जन बाइक से उस खेत में आते हैं और इन गायों को भगाते हैं. जिस गेहूं के खेत में गायें घुसी थीं, यह कस्बे के ही विनोद...
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यह नहीं कहा जायेगा कि वक़्त थे अंधेरे बल्कि क्यों थे उनके कवि ख़ामोश?
-सत्याग्रह, आंगन में पक्षी आंगन हो घर में तो कुछ न कुछ पक्षी वहां फुदकने-चहकने आ ही जाते हैं. अगर आप आंगन में दाने बिखेर दो तो उनकी भीड़ भी लग सकती है. आंगन घर का वह हिस्सा है जो, एक तरह से घर का अन्तरंग होते हुए भी बाहर को चुपचाप न्योतता रहता है. कविता ऐसा ही आंगन है और हमारा यह सौभाग्य रहा है कि लगभग सत्तर बरसों से हम...
More »पौष्टिक अनाजों के साथ वृक्ष खेती - बाबा मायाराम
बाबा मायाराम मध्यप्रदेश के एक किसान ने वीरान पड़ी जमीन को न केवल हरा-भरा कर लिया बल्कि वह पौष्टिक अनाजों के मामले में आत्मनिर्भर हो गया है पूरी तरह जैविक फसलों के साथ सब्जियों व फलों का उत्पादन कर रहा है। इससे खाद्य सुरक्षा, जैव विविधता व पर्यावरण रक्षा भी हो रही है। उस आत्मनिर्भर किसान का नाम है महेश शर्मा। छत्तीसगढ़ में लम्बे अरसे से रहने वाले महेश शर्मा ने उनके परिवार की...
More »कोसी तटबंध तोड़ने का सच
-वाटर पोर्टल, यमुना प्रसाद मंडल, सांसद ने डलवा में तटबंध टूटने की समीक्षा करते हुये 4 सितम्बर 1963 को कहा था कि, डलवा के निकट जो खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो गई थी, उस ओर हमने अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया लेकिन मैं यह कहते हुए लज्जित हूं कि उस दुरावस्था की ओर उस समय कदम नहीं उठाया गया। तब नेताओं को अपनी असफलता पर शर्म आया करती थी। अरसा हुआ यह रस्म...
More »मुस्लिम युवक का हाथ काटा, परिजनों का मॉब लिंचिग का आरोप
-न्यूजलॉन्ड्री, शुक्रवार, 11 सितम्बर को न्यूजलॉन्ड्री की टीम दोपहर करीब 3 बजे सहारनपुर जिले के ननौता कस्बे में पहुंची. वहां हमरी मुलाकात इखलाक सलमानी से उनके औसत से घर में हुई. इखलाक़ चारपाई पर लेटे हुए थे. लकड़ी के सहारे एक टूटी फूटी सी टीन डाली हुई थी, जिसमें बिजली या पंखे का कोई साधन नहीं था, उसी के नीचे घायल इखलाक को लिटाया हुआ था. उनके बड़े भाई इकबाल हाथ...
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