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बहुत दूर दिखती है मंजिल, सतत विकास सूचकांक में भारत 110वें स्थान पर

सतत विकास वैश्विक सामाजिक प्रगति रिपोर्ट में भारत के 98वें स्थान (133 देशों में) पर होने की निराशाजनक खबर के बाद अब चिंताजनक सूचना यह आयी है कि सतत विकास सूचकांक में हमारा देश 110वें (149 देशों में) पायदान पर खड़ा है. वर्ष 2030 तक गरीबी, भूख, अशिक्षा से मुक्ति के साथ बेहतर पर्यावरण का वैश्विक लक्ष्य पाने के हमारे प्रयासों पर यह एक गंभीर टिप्पणी है. इस रिपोर्ट की मुख्य...

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छात्रा ने घर फोन लगाकर कहा- मैं दिल्ली में फंसी हूं, छुड़ाकर घर ले जाओ..

रायगढ़ । 'मैं दिल्ली में पिछले एक साल से फंसी हूं, यहां मेरे साथ शोषण किया जा रहा है। मेरा मोबाइल भी लेकर तोड़ दिए हैं। इससे मैं आप लोगों से बात नहीं कर पा रही थी। खाना बनाने वाले रसोईये से मिन्नत के बाद उसने मोबाइल दिया है जिससे मैं बात कर रही हूं। मुझे किसी तरह यहां से निकालकर अपने साथ ले जाईये, मैं बहुत तकलीफ में हूं।' ये...

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कर्नाटक के मानव तस्करों से रिहा कराए गए 33 बंधक मजदूर

जगदलपुर। आम आदमी पार्टी के द्वारा बीते दिन कलेक्टर बस्तर को मानव तस्करी के विषय में अवगत करवाते हुए बंधक श्रमिकों की सूची सौंपी गई थी। इस पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर ने श्रम, महिला बाल विकास व पुलिस की संयुक्त पार्टी का गठन कर श्रमिकों को वापस लाने का निर्देश दिया था। एक दिन पहले दल ने 33 श्रमिकों को बंगलुरु से रिहा करवाकर वापस लाया। सोमवार को आम...

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शहरीकरण की विसंगतियां--- रमेश कुमार दूबे

शहरीकरण को लेकर सरकार का नजरिया यह है कि इस पर सियापा करने के बजाय इसे मौके के रूप में देखा जाना चाहिए। उसके मुताबिक शहरों में गरीबी दूर करने की ताकत होती है और हमें इस ताकत को और आगे बढ़ाना चाहिए ताकि आर्थिक समृद्धि का स्वत: प्रसार हो। सुख-सुविधाओं की मौजूदगी के चलते शहर सदा से मनुष्य के आकर्षण के केंद्र रहे हैं। आज की तारीख में तो ये...

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कब मिटेगा बाल श्रम का कलंक-- बुद्धप्रकाश

भारतीय संविधान के अनेक प्रावधानों व अधिनियमों में बच्चों की सुरक्षा की खातिर व्यवस्थाएं की गई हैं। समय-समय पर इस उद््देश्य से नए कानून भी बनाए जाते रहे हैं। इस सब के बावजूद बाल श्रम की समस्या में उत्तरोत्तर वृद्धि होती गई है। बच्चों को भावी कर्णधार और आने वाले कल की तस्वीर कहा जाता है। लेकिन कल के उज्ज्वल भविष्य का वर्तमान पेट की आग बुझाने में इस कदर...

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