गाँव कनेक्शन, 21 नवम्बर पलामू जिले के सुकरी गाँव की देवंती कुंवर अपने परिवार में अकेले कमानी वाली हैं। उनके पति की तीन साल पहले मौत हो गई थी। तब से उन्होंने अपने चार बच्चों की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा रखी है। अगर इस साल झारखंड में खरीफ (मानसून) का सूखा नहीं होता देवंती रबी की गेहूं की फसल के लिए जमीन तैयार करने के लिए जोतना...
More »SEARCH RESULT
ज्यादा एमएसपी मिलने के बावजूद सरकारी खरीद केंद्रों के बजाए निजी व्यापारियों को धान बेच रहे हैं किसान
गाँव कनेक्शन , 21 नवम्बर रायबरेली में वसौना खेड़ा गाँव के ओम प्रकाश यादव के गाँव का नजदीकी सरकारी खरीद केंद्र उनके धान की बेहतर कीमत लगा रहा था। लेकिन वह वहां नहीं गए, उन्होंने अपना 40 क्विंटल (1 क्विंटल = 100 किलोग्राम) धान एक निजी व्यापारी को बेचना पसंद किया। उन्होंने गाँव कनेक्शन को इसकी वजह बताते हुए कहा, "मुझे कहीं जाना नहीं पड़ा। मैंने सीधे अपने खेत से इसे...
More »पहले सूखे ने मारा, अब बारिश से नुकसान- 'सरकारें सो रहीं'-किसान परेशान
क्विंट हिंदी, 27 सितम्बर हमारे देश के हर चुनाव में किसान राजनेताओं की जुबान पर छाये रहते हैं और उनके कल्याण के लिए नेता बहुत वादे करते हैं. लेकिन चुनाव के बाद जब सत्ता मिल जाती है तो क्या वो नेता किसानों के लिए वैसा काम करते हैं? इसका जवाब ढूंढना कोई मुश्किल काम नहीं है. दुनिया के कई हिस्से सूखे (drought) की अभूतपूर्व समस्या से जूझ रहे हैं. भारत के भी...
More »सरकार सूखे की घोषणा करे'- बारिश की कमी से जूझ रहे बिहार से गाँव कनेक्शन की ग्राउंड रिपोर्ट
गाँव कनेक्शन, 29 अगस्त बिहार के भागलपुर जिले के 41 वर्षीय धान के किसान मुकेश मिश्रा अपने दो बीघा [आधा हेक्टेयर] खेत को निराशा से देख रहे हैं। चकरामी गाँव के मिश्रा ने गाँव कनेक्शन को बताया, "इस साल बमुश्किल बारिश हुई है। भूजल का स्तर भी कम है और मेरे जैसे छोटे किसानों के लिए एक ट्यूबवेल बोरिंग का खर्च उठा पाना आसान नहीं।" उन्होंने कहा, "यह महसूस करते हुए...
More »बिहार: सुखाड़ के साथ खाद की कमी और कालाबाजारी से जूझ रहे किसान
डाउन टू अर्थ, 24 अगस्त बिहार में लगातार तपिश और कड़ाके की गर्मी से किसान मायूस हैं। मौसम विभाग के अनुसार 17 अगस्त 2022 तक राज्य में केवल 389.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जो कि सामान्य से बहुत कम है। इस समय तक सामान्य तौर पर 657.6 मिलीमीटर बारिश होती है। इस सुखाड़ से नुकसान झेलने के बाद किसान अब यूरिया और खाद की किल्लत से भारी मुसीबतों का सामना कर रहे...
More »