लखनऊ (एजेंसी) उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने वादे पर अमल करते हुए पिछले साल मई में गौतमबुद्धनगर के भट्रटा तथा परसौल गांव में जमीन अधिग्रहण के विरोध में पुलिस के साथ हुए संघर्ष के मामले में आरोपित किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस ले लिए हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि निर्दोष किसानों के विरुद्व दर्ज मुकदमों को जनहित एवं न्यायहित में वापस ले लिया गया है।...
More »SEARCH RESULT
असंगठित मजदूरों को पेंशन देने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य
रायपुर. छत्तीसगढ़ में अब असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को पेंशन मिलेगी। विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर कृषि उपज मंडी मंे हुए राज्य श्रम दिवस समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोमवार को नई पेंशन योजना की शुरुआत की। योजना के दायरे में 18 से 55 वर्ष तक आयु समूह के निर्माण श्रमिकों को शामिल किया गया है। इसके तहत उन्हें सालाना 200 रुपए न्यूनतम अंशदान देने पर एक हजार रुपए...
More »सपनों को पंख लगाता अखिलेश यादव का हजार- आशीष राय की रिपोर्ट
लखनऊ. किसी के लिए ब्यूटी पार्लर तो किसी के लिए बच्चे की साइकिल, कोई अपने इन पैसों को साल भर इक्कठा कर एक छोटी सी दुकान खोलना चाहता है। कोई अपनी बेटी की फ़ीस भरने का जुगाड़ बना रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा एक हज़ार का बेरोज़गारी भत्ता बांटा गया। कई बेरोज़गारों की आंखों में हज़ारों सपने दे गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा ‘बेरोजगारी भत्ता’ के वितरण की...
More »अगवा बचपन, बंधुआ बचपन- प्रियंका दुबे की रिपोर्ट(तहलका)
क्या हम जो खा रहे हैं उसे दिल्ली से अगवा बच्चे आस-पास के इलाकों में बंधुआ मजदूर बनकर उगा रहे हैं? प्रियंका दुबे की रिपोर्ट. दिल्ली में जहांगीरपुरी की एक झुग्गी बस्ती में रहने वाला 14 साल का महेंद्र सिंह सात अगस्त, 2008 की सुबह रोज की तरह घर से शौच के लिए निकला था. इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला. घरवालों ने उसे तलाशने की न जाने...
More »करावलनगर की वॉकर फ़ैक्ट्रियों में मज़दूरों के हालात
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में करावलनगर के औद्योगिक इलाके और उससे लगे क्षेत्र में वॉकर (छोटे बच्चों को चलने में मदद करने वाली साइकिल) और पालना बनाने वाली 14-15 छोटी-छोटी फ़ैक्ट्रियाँ हैं। ज़्यादातर फ़ैक्ट्रियों में 10-15 मज़दूर और कुछ में 30-40 मज़दूर काम करते हैं। ज़्यादातर फ़ैक्ट्रियाँ दलित बस्ती में हैं, कुछ करावलनगर गाँव, पंचाल विहार और दयालपुर में स्थित हैं। इनमें काम करने वाले ज़्यादातर मज़दूर झारखण्ड, बिहार और उत्तर प्रदेश से आये प्रवासी...
More »