संयुक्त राष्ट्र संघ की द स्टेट ऑव द वर्ल्डस् इंडीजीनस पीपल्स नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि मूलवंशी और आदिम जनजातियां पूरे विश्व में अपनी संपदा-संसाधन और जमीन से वंचित और विस्थापित होकर विलुप्त होने के कगार पर हैं। रिपोर्ट में भारत के एक सूबे झारखंड में चल रहे खनन कार्य के कारण विस्थापित हुए संथाल जनजाति के हजारो परिवारों का हवाला देते हुए कहा गया है कि उन्हें समुचित मुआवजा तक हासिल नहीं हो...
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मौत के धंधों पर जड़े ताले
अमृतसर/जिंद/फतेहाबाद। अमृतसर के वेरका-अटारी बाइपास की लिंक रोड से सटे लोहार का गाव की गुमटाला कालोनी में सोमवार सुबह करीब 7 बजे स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने करण सिंह दोधी की कोठी पर छापा मारा। तब करण सिंह नकली दूध बना रहा था। मौके पर ही उसे दबोच लिया गया। उसके साथ उसकी पत्नी भी इस धंधे में शामिल थी। कोठी में ही फैक्टरी चला रहे इस दोधी से चार बोरी सूखा...
More »भ्रष्टाचार के खिलाफ़ वैश्विक जंग- एजी नूरानी
करीब दो सदी पहले 1788 में वारेन हेस्टिंग्स के महाभियोग कार्यवाही के समय एडमंड बर्क ने घोषणा की थी कि ‘घूसखोरी, गंदे हाथ से सने महान साम्राज्य के प्रमुख गवर्नर का गरीब, दीन व पस्तहाल घूस लेना दरअसल किसी सरकार को मानवता की निगाह में गिरा, घृणित व तिरस्कृत बनाता है.’ 1977 में कंट्रोलिंग द ग्लोबल करप्शन ऐपडेमिक एक आलेख में रॉबर्ट एस लेइकन ने बर्क के अभियोग पर कड़ी टिप्पणी की कि ‘आजादी...
More »आशा किरण होम में मौत की न्यायिक जांच हो
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो : प्रतिपक्ष के नेता प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने आशा किरण होम में हो रही मौत पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस तरह के मामलों की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। प्रो. मल्होत्रा ने कहा कि मंद बुद्धि वाले लोगों के लिए संचालित आशा किरण होम में मौत होने से वहां रहने वालों के परिजनों में दहशत है। आशा किरण होम में हर साल लगभग 30...
More »बाल्को दुर्घटना सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरबा शहर में भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बाल्को) के बिजली संयंत्र में 23 सितम्बर को हुई चिमनी दुर्घटना को राज्य के अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी बताया है। राज्य विधानसभा में शुक्रवार को विपक्ष के नेता रवींद्र चौबे द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए श्रम मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा, ''बाल्को दुर्घटना राज्य के अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी थी लेकिन...
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