सुखे के चलते किसानों की कमर टूट गई है। मंजरा बांध में पानी न होने के कारण आस पास के जिलों- गांव को पानी नही मिल पा रहा है, जिस वजह से किसानों का बुरा हाल है और जिन किसानों ने आत्महत्या कर चुके है उनके परिवार को यह दंश झेलना पड़ रहा है। इस कथा को विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें ...
More »SEARCH RESULT
जलसंकट : टीकमगढ़ में पानी की सुरक्षा के लिए तैनात किए बंदूकधारी
टीकमगढ़। सूखे के कारण किसानों के साथ-साथ आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के टीकमगढ़ में हालात इतने खराब हैं कि वहां पानी की निगरानी की लिए बंदूकधारी सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। टीकमगढ़ की निकायों ने जमनी नदी पर बंदूकधारी सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है तांकि यूपी के किसानों द्वारा की जा रही पानी की चोरी पर निगरानी रखी जा सके। नगर...
More »देश की 585 मंडियां ई-ट्रेडिंग से जुड़ेंगी
कुरुक्षेत्र/बाबैन/लाडवा, 6 अप्रैल (हप्र/निस) देश की 585 मंडियों को ई-ट्रेडिंग के साथ जोड़ा जाएगा। किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिये सरकार फल व सब्जी के उत्कृष्ट केंद्रों का व्यवसायीकरण की योजना तैयार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को देश की बड़ी मंडियों से इस परियोजना को शुरू करेंगे। इस परियोजना में हरियाणा की मंडियों को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा देश में कम पानी में...
More »देश में धान की 42 नई किस्में, छत्तीसगढ़ सहित अनेक राज्यों को फायदा
रायपुर (निप्र)। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार को '51वीं वार्षिक धान अनुसंधान समूह बैठक' का समापन हुआ। इससे पहले तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में देश-दुनिया के सैकड़ों धान अनुसंधान वैज्ञानिकों ने धान की पैदावर बढ़ाने, सुंगधित, जैविक खाद की बढ़ोतरी और पोषकता की मात्रा को बढ़ाए जाने व कम पानी से धान की खेती संबंधित अनेक विषयों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले साल समूह...
More »सूखा और जल संसाधन प्रबंध-- बिभाष
महाराष्ट्र फिर सूखे के चपेट में है. बुंदेलखंड पहले से ही समाचारों में बना हुआ है. खेती और किसानों को लेकर रोज बुरी खबरें आ रही हैं. महाराष्ट्र में पानी की कमी का लगातार तीसरा साल है. बुंदेलखंड में भी सूखे का चौथा साल चल रहा है. खेती बुरी तरह से संकट में है. दरअसल, पूरा मामला जल और भूमि के कुप्रबंध का है. देश में हर साल कहीं...
More »