लामता। जंगल में गहराते जलसंकट के बीच जंगली जानवर अब पानी के लिए गांवों की ओर जाने लगे हैं। जल स्रोत तेजी से सूखने लगे और जंगलों से हरियाली गायब हो रही है।लामता के रानी तालाब में इन दिनों पानी होने से वन्यप्राणी अपनी प्यास बुझाने पहुंच रहे है। जंगल से निकल वन्यप्राणी बाघ रानी तालाब में लगातार दो दिनों से ग्रामीणों को दिखाई दे रहा है। पानी की तलाश में...
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धरोहर से भी ज्यादा हैं नदियां -- वीरेंद्र कुमार पैन्यूली
राज्य अपने-अपने क्षेत्र में बहती नदियों को अपने स्वामित्व की सरकारी संपत्ति मानते रहे हैं। कई मामलों में राज्यों की जनता भी वैसी ही समझ रखती है। ऐसी संपत्ति जिसको वे तिजोरी में बंद कर सकते हैं और उसमें दूसरों की हिस्सेदारी वे ही तय करेंगे। बांधों और नहरों पर पहरे लगने और उनके लिए जंग होने की खबरें अब कोई नई बात नहीं हैं। कावेरी नदी के जल पर...
More »महिला खेतिहरों के श्रम का अवमूल्यन क्यों-- ऋतु सारस्वत
हाल ही में जारी आर्थिक समीक्षा दो महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान खींचती है। एक यह कि कामकाजी महिलाओं की संख्या में गिरावट आई है। वर्ष 2005-06 में रोजगार में आ रही महिलाओं का प्रतिशत 36 था, जो कि कम होकर 2015-16 में 24 प्रतिशत रह गया है। दूसरा यह कि खेती, बागवानी, मत्स्य-पालन, सामाजिकी वानिकी में महिलाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका होने पर भी, उन्हें लंबे समय से उचित महत्त्व नहीं...
More »झारखंड : घट रही वनभूमि, रिपोर्ट में खुलासा
रांची : झारखंड में पहले के मुकाबले 81,094 हेक्टेयर वन भूमि कम हो गयी है. सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, 2001-02 में झारखंड में 23.60 लाख हेक्टेयर वन भूमि थी. वहीं, फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट में 2014-15 में राज्य में 22.79 लाख हेक्टेयर वनभूमि होने की बात कही गयी है. 431.31 एकड़ वन भूमि निजी व्यक्तियों के नाम कर दी : रिपोर्ट के अनुसार,...
More »पौधरोपण करने में फेल हुए तो नहीं मिलेगी वेतन वृद्धि व प्रमोशन
रायपुर। लक्ष्य के अनुरूप कितना पौधरोपण हुआ, इसकी गिनती वन विभाग कराएगा। अगर लक्ष्य के अनुरूप रोपण कार्य नहीं पाया गया तो उनका वेतन वृद्धि और प्रमोशन रोक दिया जाएगा। वैसे इस साल सभी वनवृत्त में 7 करोड़ से अधिक रोपण का लक्ष्य दिया गया था। वन विभाग के मुताबिक मार्च से पूर्व इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक विशेष ऑडिट टीम का गठन किया जाएगा, जो अपने-अपने क्षेत्र...
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