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पाले से सात हजार 672 करोड़ की फसल चौपट

भोपाल. जनवरी में शीत लहर और पाले से प्रदेश में 7,672 करोड़ रुपए की फसल नष्ट हुई है। फसल के नुकसान का आकलन के लिए राज्य सरकार द्वारा कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई। सर्वे के मुताबिक 37 लाख किसानों की फसल बर्बाद हुई है। पाले के बाद राज्य सरकार ने प्रारंभिक सर्वे के आधार पर केंद्र से 2442 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज की मांग की थी। इस...

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भारतीय लोकतंत्र के नाजी पहरुए- तहलका

अररिया में 10 महीने के बच्चे और गर्भवती महिला समेत चार लोगों की मौत को पुलिस आत्मरक्षा की कार्रवाई बता कर जायज ठहरा रही है. लेकिन निरीह घायलों के शरीर पर पुलिसवालों की निर्मम कूद-फांद को कैसे उचित ठहराया जा सकता है? इस मामले में नीतीश कुमार की चुप्पी भी कई सवालों को जन्म देती है. निराला की रिपोर्ट घायल मुस्तफा के शरीर पर एक पुलिसवाला जब लांग जंप, हाई जंप...

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वैकल्पिक राजनीति की तलाश!- योगेन्द्र यादव

हमें राजनीति में विकल्प चाहिए, राजनीति के विकल्प चाहिए या फ़िर वैकल्पिक राजनीति चाहिए? अन्ना हजारे और बाबा रामदेव प्रकरण ने यह सवाल देश के सामने खड़ा कर दिया है. इसका उत्तर न तो रामदेव के पास था, न अन्ना हजारे के पास लगता है. इस गहरे सवाल का जवाब खुद अपने भीतर खंगालने से ही मिलेगा. यह सवाल उठता ही नहीं अगर भ्रष्टाचार के सवाल पर सरकार की साख बची होती. ईमानदार...

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लोकपाल: शिव सेना की नजर में 'बहके' रामदेव, जनता भी बाबा की राय के खिलाफ

शिवसेना ने पीएम को लोकपाल के दायरे में लाने के सवाल पर बाबा रामदेव की हैरानी को उनके 'बहकने' से जोड़ दिया है। पार्टी के मुखपत्र सामना में बुधवार को इस बारे में प्रकाशित खबर  का शीर्षक ही दिया गया है- बहके बाबा: लोकपाल पर गोलमाल। रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रष्‍टाचार के खिलाफ अन्‍ना हजारे का साथ देने वाले रामदेव अब अलग राग अलाप रहे हैं। सिविल सोसायटी के लोग पीएम...

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'...पर क्या आजाद भारत किसी लिहाज से संपूर्ण है?'- अरूंधति राय से शोमा चौधरी की बातचीत

अरुंधती रॉय से जुड़े हालिया और कई पुराने विवादों पर शोमा चौधरी(तहलका) की उनसे बातचीत आपने दिल्ली और कश्मीर में जो बयान दिए उनके आधार पर सरकार आपके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा चलाने पर विचार कर रही है. राजद्रोह आपकी नजर में क्या है? क्या आप खुद को राष्ट्रद्रोही मानती हैं? दिल्ली और श्रीनगर में ऐसे मंच से बयान देने के पीछे आपकी मंशा क्या थी जिसका शीर्षक था - आजादी:...

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