भोपाल। राजधानी में नकली दवाओं का बाजार अपनी जड़ें जमा चुका है। चोरी छिपे नहीं, बल्कि खुलेआम इनकी खुदरा और थोक बिक्री की जा रही है। इतना ही नहीं आसपास के जिलों में भी इनकी सप्लाई पर्याप्त मात्रा में की जा रही है। इन नकली दवाओं की मांग इतनी है कि मेडिकल स्टोर्स आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि राजधानी और आस पास के क्षेत्रों में नकली दवाओं के कारखाने चल...
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पैक्स व व्यापार मंडल बिस्कोमान को देंगे गेंहू
पटना अब पैक्स और व्यापार मंडल सीधे एफसीआई को गेहूं नहीं दे सकेंगे। यह काम बिस्कोमान करेगा। राज्य सरकार के फैसले के अनुसार पैक्स और व्यापार मंडल किसानों से तो गेहूं खरीदेंगे, पर इसे बिस्कोमान के हवाले कर देंगे। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने बुधवार को इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी है। बिस्कोमान अध्यक्ष सुनील कुमार ने राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। श्री सिंह का कहना है कि...
More »ज्यादा अनाज के लिए अब देनी होगी अधिक कीमत
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। उपभोक्ताओं को रियायती दर की राशन दुकानों से अब और अनाज दिया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय खाद्य मंत्रालय हर महीने पांच लाख टन अतिरिक्त अनाज का आवंटन करेगा। यह व्यवस्था अगले छह महीने के लिए की गई है। इस नए प्रावधान से सरकारी खजाने पर कुल 2,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। यह फैसला वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह [ईजीओएम] की बुधवार को आयोजित...
More »गेहूँ खरीद में कमी संभव : यूएसडीए
अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में वर्ष 2010-11 में गेहूँ की खरीद 20 से 30 लाख टन घटने की उम्मीद है जो पिछले वर्ष 2.54 करोड़ टन के रिकार्ड स्तर पर पहुँच गई थी। यूएसडीए ने कहा है, 'वर्ष 2010-11 के पूरे विपणन वर्ष (अप्रैल.मार्च) के दौरान खरीद अब वर्ष 2009-10 के 2.54 करोड़ टन से 20 से 30 लाख टन कम रहने की उम्मीद है जो उत्पादन की कमी...
More »किसानों की आत्महत्याः एक 12 साल लंबी दारूण कथा
कुछ लोगों के लिए किसानी मुनाफे का धंधा हो सकती है, लेकिन देश की बहुसंख्यक आबादी के लिए यह घाटे का सौदा बना दी गई है. न सिर्फ घाटे का सौदा, बल्कि मौत का सौदा भी. और यह सिर्फ इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि खेती से महज कुछ लोगों का मुनाफा सुनिश्चित रहे. यही वजह है कि खेतिहरों के कर्जे की माफी का फायदा भी आम खेतिहरों को नहीं मिला बल्कि बड़े किसानों को...
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