जयपुर।नरेगा के कारण खेतों में काम करने के लिए मजदूरों का भारी संकट पैदा होने के बाद अब केंद्र सरकार फसलों की बुवाई-कटाई के समय इन मजदूरों को खेतों में लगाने पर विचार कर रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने राज्य सरकार से इस संबंध में प्रस्ताव और सुझाव भेजने को कहा है। जिससे कृषि के काम में मजदूरों के संकट से निबटा जा सके। उन्होंने कहा कि यह हमेशा उनकी...
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क्या हो विकास की सही परिभाषा- भारत डोगरा
सामान्य रूप से बाहरी चमक-दमक को देखकर कह दिया जाता है कि यह क्षेत्र विकास कर रहा है। मान लीजिए किसी महानगर में बहुत सी झुग्गी-झोपडि़यों बनी हैं और महानगर में कार्य करने वाले गरीब मजदूरों को इन सस्ते आवासों में आश्रय मिला हुआ है, क्योंकि इससे महंगी जगह में रहने के लिए पैसा उनके पास नहीं है। एक दिन उनकी झोपडि़यां तोड़ दी जाती हैं। इस स्थान पर एक...
More »बोल मेरी पत्ती, कितने फल- वीरेन पराशर
बागबानी का राज पत्ती में छिपा है। अब एक पत्ती का परीक्षण बता देगा कि फसल कैसी होगी। बागबान फलदार पौधे की पत्ती के सहारे अच्छी पैदावार हासिल कर सकते हैं। एक छोटे से परीक्षण से पौधे फलों से लदे मिलेंगे। उद्यान विभाग की इस सुविधा का लाभ लेने का यह उचित समय है। इसकी प्रक्रिया बेहद सरल है। परंपरागत तरीके में बदलाव कर बागवानों के लिए यह...
More »अर्थ डे आज: 2050 तक 10 में से 9 लोगों को रहना होगा भूखा
नई दिल्ली. आज अर्थ डे है। दुनियाभर में धरती को बचाने की कोशिशें हो रही हैं। 1970 में छोटे से समूह अर्थ डे नेटवर्क ने अमेरिका ने 22 अप्रैल को 'पृथ्वी दिवस घोषित किया। संयुक्त राष्ट्र ने 2009 में 22 अप्रैल को 'अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस' के रूप में मान्यता दी। धरती पर बढ़ रहे कचरे, प्रदूषण, विलुप्त होते जीव-जंतु और पेड़-पौधों पर मंडरा रहे खतरों के प्रति जागरुकता पैदा करना इसका मुख्य उद्देश्य...
More »महिला जमींदारा तै पूछकै बणगी खेती नीति
हिसार. हरियाणा किसान आयोग का मानना है कि पूरे राज्य में खेती का असल दारोमदार महिलाओं के हाथ में है। गांव की 70 प्रतिशत महिलाएं हल चलाने को छोड़कर कृषि से जुड़े सारे काम को अंजाम देती हैं। इसके चलते राज्य कृषि नीति तय करने के लिए उनका फीड बैक सबसे अहम हैं। इस फैसले बाद आयोग खेतों में काम करने वाली महिलाओं से बातचीत करता नजर आएगा। कृषि...
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